जबलपुर। साहब, हमारे 14 हजार रुपए चोरी हो गए हैं। अब हम कैसे इलाज कराएंगे। यह बातें कहते हुए वृद्ध दंपती की आंखों में आंसू आ गए और फूट-फूटकर रोने लगे। यह देखकर टीआई कोतवाली का मन पिघल गया, जिन्होंने अपने थाने में मौजूद स्टाफ व खुद के पर्स में रखे पूरे रुपए निकाले। किसी तरह से 14 हजार रुपए जुटाए और वृद्ध दंपती को दिए। पुलिस से रुपए मिलने से दंपती आश्चर्य में पड़ गए। जिसके बाद टीआई ने उन्हें इलाज के लिए जाने को कहा। बताया जा रहा है कि दंपती को उनका पुत्र दमोह से इलाज के लिए मंगलवार सुबह शहर लेकर आया था।
कोतवाली टीआई प्रफुल्ल श्रीवास्तव ने बताया कि दमोह हटा निवासी कमलेश पटेल (42 वर्ष) अपने पिता अच्छेलाल पटेल (68 वर्ष) और मां शीला बाई पटेल (64 वर्ष) को लेकर हटा से मंगलवार सुबह क्षेत्रीय बस स्टैण्ड पहुंचा था। इसके बाद वह शीला बाई का इलाज कराने अस्पताल जाने के लिए ऑटो में बैठे। चालक ने अच्छेलाल और शीला को पीछे की सीट में बैठाया। जबकि अपनी बगल में कमलेश को बैठा लिया। कमलेश इलाज के लिए 14 हजार रुपए लेकर आया था। दमोहनाका के समीप कमलेश को शंका हुई कि उसके रुपए गायब हो गए हैं। यह देखकर उसने ऑटो रुकवाया और रुपए की जांच की। जिसपर उसके जेब में रुपए नहीं थे। वह कुछ समझ पाता आरोपी चालक ऑटो छोड़कर अपने साथियों के साथ भाग निकला। यह देखते ही कमलेश और उसके माता-पिता दंग रह गए, जिन्होंने क्षेत्रीयजन को मदद के लिए बुलाया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस वाले ऐसे भी होते हैं
टीआई श्रीवास्तव व स्टाफ ने दंपती और उनके पुत्र की समस्या को देखते हुए अपने पास से रुपए जुटाकर उसे दे दिए। यह देखकर दंपती ने कहा कि हमें नहीं मालूम था कि पुलिस वाले ऐसे भी होते हैं। इसके बाद वह इलाज के लिए अस्पताल रवाना हुए।
ऑटो जब्त, दो को हिरासत में लिया
पुलिस ने ऑटो को जब्त करते हुए नंबर के आधार पर आरोपियों के बारे में पता किया। इसके बाद टीम को भेजकर दबिश दी और दो आरोपियों को हिरासत में लिया। जबकि एक अन्य की तलाश की जा रही है
टीआई ने कहा - यह लो रुपए और इलाज कराओ
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