नई दिल्ली : भारतीय सीमा और सैन्य चौकियों पर पाकिस्तान की तरफ से निरंतर की जा रही गोलीबारी और संघर्ष विराम उल्लंघन के बढ़ते मामलों के बाद भारत ने सोमवार को कड़ा रुख अपना लिया है। नियंत्रण रेखा के निकट सीमा पर पाकिस्तानी हमले को लेकर गृह मंत्रालय के ट्वीट में साफ कहा गया कि सीमा पर हमले और आतंकवाद को पाकिस्तान रोके। बातचीत और आतंकवाद साथ साथ नहीं हो सकते। यह भी कहा गया कि पाकिस्तान आतंक पर तुरंत लगाम लगाए, तभी बातचीत संभव है।
गौर हो कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रविवार को जोर देकर कहा कि भारत सभी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है पर इसे उसकी कमजोरी नहीं समझना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि पाकिस्तान की तरफ से किए जाने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन की सूरत में ‘करारा’ जवाब दिया जाए। नियंत्रण रेखा पार से फायरिंग की हालिया घटनाओं की तरफ इशारा करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने बीएसएफ को निर्देश दिया है कि यदि पाकिस्तान संघर्ष विराम उल्लंघन जारी रखे तो ‘सफेद झंडे न दिखाते रहें।’
हरियाणा के पलवल जिले में बीजेपी की ‘विजय संकल्प रैली’ को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि मैंने बीएसएफ के डीजी से अपने बल को यह निर्देश देने को कहा है कि पाकिस्तान से फायरिंग की स्थिति में करारा जवाब दिया जाए। गृह मंत्री ने कहा कि बीएसएफ के डीजी ने उनसे कहा था कि हमने 15 मौकों पर सफेद झंडे दिखाए पर पाकिस्तान बार-बार फायरिंग कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने बीएसएफ के डीजी से कहा कि यदि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता और उल्लंघन जारी रखता है तो (बीएसफ के जवानों को) साफ आदेश दें कि अगली बार सफेद झंडे नहीं दिखाए जाएंगे बल्कि (भारत की तरफ से) फायरिंग शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बनने के बाद दुनिया ने धारणा बदल ली है। अब हम कमजोर देश नहीं समझे जाते। हम में करारा जवाब देने की पूरी क्षमता है।