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नॉर्थलैंड: अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा न्यूजीलैंड की आठ दिनों की यात्रा में रोमांचक जोशीली गतिविधियों का मजा तो ले ही रहे हैं। साथ ही वे देश की माओरी संस्कृति के साथ आध्यात्मिक संबंध जोड़ने की भी कोशिश कर रहे हैं।
सिद्धार्थ इसी मंशा से 2000 वर्ष पुराने पेड़ ‘तने महुता’ का आर्शीवाद लेने भी गए। भारत के पवित्र स्थलों की तरह ही ऑकलैंड से तीन घंटे की दूरी पर स्थित वाइपोउआ जंगल में ‘तने महुता’ का माओरी लोगों के लिए खास महत्व है।
‘तने महुता’ इसके शब्दिक अर्थ वन देवता को प्रतिबिंबत करता है। कौरी श्रेणी में सबसे ऊंचा यह विशाल पेड़ अपने नाम को सार्थक करता है। सिद्धार्थ के मुताबिक, ‘‘जैसे ही आप इस जंगल में प्रवेश करते हैंआप जान जाते हैं कि आप ऐसी खास जगह हैं जिसका पुराना इतिहास और संस्कृति है।’’
सिद्धार्थ को हाथ से उकेरा गया एक खूबसूरत ‘पौउनमु’ (जेड या बेशकीमती हरा पत्थर) दिया गया। सिद्धार्थ ने कहा, ‘‘मुझे दिया गया ‘पौउनमु’ बेहद खूबसूरत है। मैं जानता हूं कि माओरी लोगों के लिए इसका कितना खास महत्व है। मैं इसे हमेशा संभाल कर रखूंगा।’’
यह पत्थर लुइस गार्डिनर द्वारा उकेरा गया है, जिन्हें माओरी ‘पौउनमु’ कलाकारों में ऊंचा दर्जा प्राप्त है। सिद्धार्थ के लिए जो पौउनमु बनाया गया वह मान, शक्ति, प्रभाव, आध्यात्मिक शक्ति, नियंत्रण और प्रतिभा का सूचक है जिसे पहनकर सिद्धार्थ बेहद खुश हैं।