राजकोट : भारतीय कप्तान महेंद सिंह धोनी ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 18 रन की शिकस्त के बाद कहा कि 271 रन के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता था लेकिन विकेट लगातार धीमा होता गया जिससे बल्लेबाजों के लिए बड़े शाट खेलना मुश्किल हो गया। दक्षिण अफ्रीका के 271 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत छह विकेट पर 252 रन ही बना सका और उसे सौराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में 18 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा। धोनी ने भारत की हार के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि 270 प्रतिस्पर्धी स्कोर था। हमने सोचा था कि मैच के दौरान विकेट समान रहेगा लेकिन एेसा नहीं हुआ।
 
यह धीमा होता चला गया। इसके अलावा आेस भी नहीं थी जिससे हमें कोई मदद नहीं मिली।’’ भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘विकेट पर कुछ गेंद तेजी से जबकि कुछ रुककर आ रही थी जिससे बड़े शाट खेलना मुश्किल हो गया था।’’ धोनी ने कहा कि वे एेसे खिलाडिय़ों को तलाश रहे हैं जो पांचवें, छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सके। उन्होंने कहा, ‘‘हम एेसे बल्लेबाजों को ढूंढ रहे हैं जो पांचवें, छठे और सातवें नंबर पर बल्लेबाजी कर सकेंं। बिना अनुभव दिलाए यह संभव नहीं हो पाएगा। जब तक वे इस स्थान पर नहीं खेलेंगे तब तक पता नहीं चलेगा कि कौन उस स्थान पर सर्वश्रेष्ठ है।’’
 
गौरतलब है कि धोनी और कोहली के बीच 30 से 40 ओवरों के बीच सिर्फ 37 रनों की साझेदारी हुई। जिसके कारण आवश्यक रन रेट कॉफी बढ़ गया। रन गति तेज करने की कोशिश में भारतीय बल्लेबाज साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों का आसान शिकार बने। एक बार भारत की आसान समझी जाने वाली जीत के धोनी और कोहली खलनायक बनकर भारत को जीत से कोसों दूर कर दिया।