ओडेंसे। भारत की महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने शनिवार को विश्व चैम्पियन स्पेन की कैरोलीना मारिन को मात देकर 650,000 डॉलर इनामी राशि वाले डेनमार्क ओपन सुपरसीरीज प्रीमियर के महिला एकल वर्ग के फाइनल में प्रवेश कर लिया.

सिंधु अब रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले में चीन की दिग्गज ली जुइरेई से भिड़ेंगी. सिंधु और जुईरेई के बीच अब तक चार मैच हुए हैं, जिनमें दो हार और दो जीत के साथ सिंधु का पलड़ा बराबर है.

एक घंटे 14 मिनट तक कठिन संघर्ष
जुईरेई के खिलाफ इसी साल विश्व चैम्पियनशिप में हुई आखिरी भिड़ंत में सिंधु जीत हासिल करने में सफल रही थीं. सिंधु ने सेमीफाइनल मुकाबले में दूसरी विश्व वरीयता प्राप्त मारिन को तीन गेम तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-15, 18-21, 21-17 से हरा दिया. सिंधु को हालांकि एक घंटा 14 मिनट तक कठिन संघर्ष करना पड़ा. मारिन के खिलाफ पहले ही गेम में सिंधु ने आक्रामक रुख अपनाते हुए लगातार छह अंक जीत 8-3 की बड़ी बढ़त ले ली, जिसे फिर मारिन नहीं भर पाईं.

मारिन ने की जब जबरदस्त वापसी
16-14 के स्कोर के बाद अंतिम अंक ले मैच में एक गेम की बढ़त लेने से पहले सिंधु ने लगातार चार अंक हासिल किए और 20-14 की अहम बढ़त कायम कर ली थी. दूसरे मैच में हालांकि मारिन ने जबरदस्त वापसी की और 11-5 से बढ़त हासिल कर ली. मारिन ने 17-11 तक इस बढ़त को कायम रखा. इसके बाद सिंधु ने संघर्ष करते हुए स्कोर का अंतर 20-18 तक कम किया, लेकिन वह मारिन को अंतिम अंक ले गेम जीतने से नहीं रोक पाईं.

निर्णायक गेम में रोचक मुकाबला
तीसरे निर्णायक गेम में मुकाबला बेहद रोचक रहा और दोनों ही खिलाड़ियों ने एकदूसरे को एक-एक अंक के लिए पसीना बहाने पर मजबूर किया. तीसरे गेम में मारिन एक समय 15-11 से आगे चल रही थीं, लेकिन सिंधु ने धैर्य से काम लेते हुए स्कोर 14-15 तक लाईं और इसके बाद लगातार छह अंक जुटाते हुए 20-16 की निर्णायक बढ़त हासिल करने में सफल रहीं.

फाइनल में किया प्रवेश
अंतत: सिंधु ने शनिवार को करियर की कुछ सबसे बड़ी जीतों में से एक जीत हासिल कर ली और फाइनल में प्रवेश कर लिया. मारिन के खिलाफ इस पांचवें मुकाबले में सिंधु की यह दूसरी जीत है. इस जीत के साथ सिंधु ने मारिन के साथ जीत-हार का आंकड़ा 2-3 कर लिया. विश्व चैम्पियनशिप में दो बार कांस्य पदक विजेता रहीं सिंधु तीसरी वरीय चीनी ताइपे की ताई त्जू यिंग और छठी वरीय चीन की यिहान वांग को हराकर सेमीफाइनल तक पहुंचीं थीं.