उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेंस स्टोलटेनबर्ग ने गुरुवार को कहा कि सीरिया में रूसी सेना के हस्तक्षेप से सीरिया संकट के शांतिपूर्ण व दीर्घकालिक राजनीतिक समाधान में मदद नहीं मिल रही।

नाटो के रक्षा मंत्री स्तर की बैठक में स्टोलटेनबर्ग ने कहा, ”मेरी चिंता यह है कि रूस मुख्य रूप से केवल आईएस को ही नहीं, बल्कि विपक्षी समूहों को भी निशाना बना रहा है और वर्तमान सरकार को सहयोग कर रहा है।”

उन्होंने कहा, ”मैं रूस से अपील करता हूं कि वह आईएस के खिलाफ लड़ाई में रचनात्मक व सहयोगी भूमिका अदा करे। वह असद (सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद) को समर्थन करना बंद करे, क्योंकि उन्हें रूस का समर्थन सीरिया संकट के शांतिपूर्ण व दीर्घकालिक समाधान में योगदान नहीं है।”

नाटो के महासचिव ने कहा कि सीरिया संकट के लिए राजनीतिक समाधान पाने के लिए नए सिरे से राजनीतिक पहल करने की जरूरत है, क्योंकि सैन्य कार्रवाई दीर्घकालीन समाधान नहीं है। उन्होंने कहा, ”लड़ाई का अंत होना चाहिए और एक राजनीतिक समाधान निकलना चाहिए।”

आईएस पर सटीक हमले कर रहा रूस : रक्षा मंत्रालय
रूसी सशस्त्र सेना के जनरल स्टाफ ने बुधवार को कहा कि रूसी सेना ने इस्लामिक स्टेट के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए सटीक निशाना लगाने वाले उच्च क्षमतावाले हथियारों का इस्तेमाल किया है।

रूसी सशस्त्र बल के जनरल स्टाफ कर्नल जनरल आंद्रे करतापोलोव के हवाले से कहा, ”निशाने से अधिकतम विचलन पांच मीटर है।” रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, वायु सेना ने 112 हमलों को अंजाम दिया है, जिसमें नागरिक ठिकानों को क्षति पहुंचाए बिना लगभग 40 फीसदी आईएस ठिकानों को नष्ट किया गया है।

मंत्रालय ने कहा कि सीरिया में आईएस ठिकानों पर हमले सीरियाई सेना की खुफिया जानकारी के आधार पर की जाती है, जिनकी रूसी सेना द्वारा पुष्टि भी की जाती है। रूस ने बुधवार को कैस्पियन सागर में युद्धक जहाज से सीरिया में आईएस ठिकानों पर क्रूज मिसाइलों से हमले शुरू किए। इस दौर दो दर्जन से अधिक मिसाइल दागे गए।