मुंबई: इंद्राणी मुखर्जी ने बयान दिया है कि उन्होंने कोई पिल्स नहीं ली थी और न ही उन्होंने खुदकुशी करने की कोशिश की थी. इंद्राणी का कहना है कि उनके साथ ऐसा 13 साल की उम्र में भी एक बार हुआ था. उस वक्त भी वो बेहोश हो कर गिर गई थीं. उनका कहना है कि वो जेजे अस्पताल के मनोचिकित्सक की बताई हुई दवा ही ले रही थीं. इसके अलावा और कुछ नहीं लिया था. इंद्राणी मंगलवार को ही डिस्चार्ज हुई हैं. इसके बाद उन्होंने पुलिस को अपना बयान दर्ज कराया.

शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने जेजे अस्पताल से छुट्टी मिलने के तुरंत बाद पुलिस के पास अपना बयान दर्ज कराया. पिछले शुक्रवार को जिन परिस्थितियों में वह बेहोश हो गई थीं उस बारे में उन्होंने बयान दिया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘राज्य आईजी (जेल) ने चिकित्सकों की मौजूदगी में इंद्राणी का बयान दर्ज किया.’’ हालांकि, उनके बयान का ब्योरा फिलहाल उपलब्ध नहीं हो पाया है.

 

नवनियुक्त आईजी (जेल) बिपिन कुमार सिंह उन परिस्थितियों का पता लगाने की जांच का नेतृत्व कर रहे हैं जिसके तहत बायकुला महिला कारागार में इंद्राणी बेहोश हो गई थीं. वहां इंद्राणी को पिछले महीने से न्यायिक हिरासत में रखा गया था. उन्हें पांच दिन पहले सरकारी अस्पताल ले जाया गया था. यह संदेह है कि 43 वर्षीय इंद्राणी ने कुछ गोलियां अधिक मात्रा में खा ली थीं.

 

इससे पहले शाम में प्रधान सचिव (अपील एवं सुरक्षा) विजय सतबीर सिंह ने कहा था कि पूर्व मीडिया अधिकारी अब मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं. इंद्राणी को आज शाम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और उन्हें बायकुला महिला कारागार ले जाया गया. शीना बोरा हत्या मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है.