उन्‍होंने कहा, 'केंद्र में यूपीए के सरकार के दौरान कुछ दल हमारा मजाक उड़ाते थे कि मुख्‍यमंत्री कटोरा लेकर भीख मांगने केंद्र के पास जाते हैं. यदि बिहार के हक के लिए मुझे किसी के पास जाना पड़ता है तो भला इसमें गलत क्‍या है. हां, ये बात सच है कि अब केंद्र की नई सरकार के पास हम कटोरा लेकर नहीं जाएंगे. हम अपना विकास खुद कर लेंगे.'

मुख्‍यमंत्री ने कहा, 'कुछ लोगों ने महागठबंधन को लेकर सवाल उठाए थे, अब वही हमारा सपना पूरा हुआ. हमलोगों ने आपस में सहमति में बनाकर सीटों का बंटवारा किया और सभी उम्‍मीदवार तय भी कर दिए. अब जदयू और राजद 101-101 और कांग्रेस 41 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.'

विशेष पैकेज को लेकर भी नीतीश ने केंद्र सरकार और भाजपा को निशाने पर लिया. उन्‍होंने कहा कि केंद्र की नीयत स्‍पेशल पैकेज पर सही नहीं है. यह बिहार के विकास में बड़ी रूकावट है.

खुद की सरकार की कामकाज की प्रशंसा करते हुए नीतीश ने कहा कि पिछले कुछ सालों में प्रदेश में खूब विकास हुआ है. यह परोक्ष रूप से विपक्ष और दूसरे राज्‍य की सरकारें भी मानती हैं. हम सरकार के खर्च में बिजली का कनेक्‍शन दिला देंगे. हमारी पूरी कोशिश रहेगी की हर घर में शौचालय हो. इस बार हमको आपने मौका दिया तो हर गली मोहल्‍ले की सड़क पक्‍की कर देंगे.