ग्वालियर। प्रधान आरक्षक हीरालाल अहिरवार ने रात में जीआरपी थाने के बाहर प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर सरकारी बंदूक से फायर कर दहशत फैला दी। गोली प्लेटफॉर्म की छत से टकराकर नीचे गिरी। इससे छत का प्लास्टर टूटकर एक यात्री पर गिरा और वह घायल हो गया।
मामले को दबाने के लिए हवलदार के साथी सिपाही ने चली गोली तत्काल उठाकर जेब में रख ली। घटना के समय काफी संख्या में यात्री प्लेटफॉर्म पर मौजूद थे। हवलदार ट्रांसफर को लेकर तनाव में होना बताया गया है।
रविवार की रात करीब 10 बजे के आसपास प्लेटफार्म क्रमांक-1 पर यात्रियों की काफी भीड़ थी। मौके पर मौजूद बंटी राठौर व सुरेंद्र यादव निवासी बड़ागांव ने बताया कि जीआरपी थाने से प्रधान आरक्षक हीरालाल अहिरवार गुस्से में थाने से बाहर निकले। पहले उनकी बंदूक थाने के चैनल गेट से टकराई। इसके बाद थाने के गेट पर पर खड़े होकर बंदूक से फायर किया। गोली की आवाज से दहशत फैल गई और लोग इधर-उधर हो गए। बाद में हवलदार बंदूक सहित भाग निकला।
थाना खाली हुआ
गोली चलते ही थाना खाली हो गया। केवल 2 सिपाही अवधेश व दामोदार शर्मा वहां रह गए। सूत्रों का कहना है कि घटना के समय टीआई प्रकाश सेन भी थाने में थे, लेकिन वह थाने से उठकर बाहर निकल गए।
पहले टीआई पर तानी बंदूक
प्रधान आरक्षक हीरालाल अहिरवार मूल रूप से बीना के रहने वाले हैं। वह पारिवारिक परेशानी के कारण काफी दिनों से ट्रांसफर कराने का प्रयास कर रहे हैं। 15 दिन पहले ही ट्रांसफर हुआ है। लेकिन तबादला सूची में उनका नाम नहीं था।
सूत्रों का कहना है कि रविवार की रात को प्रधान आरक्षक हीरालाल का टीआई प्रकाश सेन से विवाद हो गया। उन्होंने पहले टीआई पर बंदूक तानी। उसके बाद वह गुस्से में थाने से बाहर आया और फायर कर दिया।
गुस्साए हवलदार ने प्लेटफॉर्म पर सरकारी बंदूक से की फायरिंग
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