बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर की टीहरा सुरंग में फंसे मजदूरों को 8वें बाद भी नहीं निकाला जा सका। आपको बता दें कि अंधेरी सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की राह में सख्त चट्टानें रुकावट बन रही हैं। ऐसे में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अभी कुछ घंटों का इंतजार और करना पड़ेगा। हालांकि, मजदूरों को निकालने के लिए बठिंडा और ऊना से एनडीआरएफ टीमें फिर मौके पर पहुंच गई हैं।


जानकारी के मुताबिक राजस्थान से मंगाई आधुनिक ड्रिलिंग मशीन से 30 मीटर होल किया जा चुका है। ऐसे में शनिवार सुबह तक ड्रिलिंग पूरी होने के बाद मजदूरों के बाहर निकलने की संभावना है। उधर, टनल के अंदर से भी पाइप डालने का कार्य जारी है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को टनल में फंसे मजदूरों को पाइप से दिन में तीन बार खाना भेजा गया। वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने सी.सी.टी.वी. और माइक्रोफोन के जरिए मजदूरों से संपर्क बनाए हुए है। मजदूरों की सलामती के लिए प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां नयनादेवी के दरबार में पुजारियों ने विशेष हवन-यज्ञ का आयोजन कर आहुतियां डालीं है।


बिलासपुर टनल हादसे पर प्रदेश हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को ताजा स्टेटस रिपोर्ट रखी। वहीं उन्होंने कोर्ट को बताया कि टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के भरपूर कोशिश की जा रही हैं। 2 मजदूरों से संपर्क किया जा चुका है। हालांकि इस मामले की आगामी सुनवाई 22 सितंबर को निर्धारित की गई है।