नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने राजधानी दिल्ली के सभी केंद्र सरकार के अस्पतालों को आदेश देते हुए कहा है कि डेंगू मरीजों को इलाज से इनकार नहीं करें।

इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार एक ऐसा कानून लाने पर विचार कर रही है जिसके तहत अपने यहां मरीजों को दाखिल करने से इंकार करने वाले निजी अस्पतालों को दंडित किया जा सके।

केजरीवाल ने कहा, हम एक कानून लेकर आने की योजना बना रहे हैं ताकि गंभीर हालत वाले मरीजों के उपचार से इंकार करने वाले अस्पतालों को दंडित किया जा सके। अगले कुछ दिनों में हम कानून लाने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएंगे।

मुख्यमंत्री ने गुरू तेग बहादुर अस्पताल और डॉक्टर हेगड़ेवार आरोग्य संस्थान सहित कई अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया।

केजरीवाल का यह औचक दौरा उस वक्त हुआ है जब डेंगू से पीडि़त एक और लड़के की मौत हो गई और उसके परिवार वालों ने शहर के अस्पतालों पर लापरवाही का आरोप लगाया। बीते आठ सितंबर को शहर के पांच अस्पतालों द्वारा भर्ती करने से कथित तौर पर मना किए जाने के बाद डेंगू से पीडि़त सात साल के अविनाश राउत की मौत हो गई थी और बाद में उसके मां-बाप ने खुदकुशी कर ली थी।

मुख्यमंत्री ने कहा, उपचार करने से इंकार करने वाले अस्पतालों को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार आपात स्थिति के दौरान कुछ समय के लिए निजी अस्पतालों को अपने नियंत्रण में लेने के विचार पर गौर कर रही है।