पेटलावद : एक तरफ तो राजेंद्र कासवा पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है। वहीं दूसरी तरफ उसके मारे जाने की भी अटकलें है। धमाकों के प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि, पहले धमाका होने के बाद राजेंद्र कासवा वहां पहुंचा था और गोदाम की सुरक्षा को लेकर परेशान था। इसी दौरान कासवा ने जैसे ही गोदाम का दरवाजा खोला तो दूसरा विस्फोट हुआ और विस्फोट की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। दरअसल धमाके बाद ही कासवा की कोई खबर नहीं है। वहीं पुलिस ने कासवा के मोबाइल फोन को सर्विलांश पर रखा है। उसके फोन की लोकेशन पेटलावद में ही मिल रही है।
ब्लास्ट के गुनहगार राजेंद्र कासवा की मौत की अटकले, प्रत्यक्षदर्शी का बयान
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