भोपाल : भारत में 32 साल बाद हो रहे 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल पहुचें हैं। गुरुवार को एयरपोर्ट के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच स्पीच में उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी ने कहा, ''हमने कालेधन के खिलाफ जो कठोर कानून बनाया है, उससे जो हवालाबाज है, वो परेशान हैं। उन्हें पैरों के नीचे धरती खिसकती नजर आ रही है। और इसलिए ये हवालाबाजों की जमात लोकतंत्र में रुकावटें पैदा करने का प्रयास कर रही है।'' बता दें कि पिछले दिनों कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सोनिया गांधी ने मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें 'हवाबाज' बताया था।

संसद नहीं चलने देने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद नहीं चलने देने के लिए सिर्फ कांग्रेस जिम्मेदार है। मेरी उनसे अपील है कि संसद चलने दें और देश की प्रगति में अपना सहयोग दे।

राजीव गांधी बीजेपी का मजाक उड़ाते थे
मोदी ने कहा कि एक वक्त वो भी था जब राजीव गांधी बीजेपी का मजाक उड़ाते थे। आज देखिए बीजेपी के बुलाने पर इतने लोग आ गए है कि पंडाल में नहीं समा रहे हैं। कांग्रेस कभी 40 मजबूर लोगों का संगठन हुआ करता था जो कि आज 4 लोगों तक ही सिमट गया है। भाजपा को मजबूती से खड़ा करने के पीछे सिर्फ जनता का विश्वास और हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत है।

Live Update-
कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री की अगवानी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने की।

पॉलीटेक्निक चौराहे पर गाड़ी रोककर बच्चों से मिले पीएम मोदी।

सिक्युरिटी के विशेष इंतजाम
प्रधानमंत्री की सिक्युरिटी के लिए राजाभोज एयरपोर्ट से लेकर भोपाल के लालपरेड मैदान तक खास व्यवस्था है। गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। प्रोग्राम में हिस्सा लेने के बाद मोदी दोपहर 12 बजे दिल्ली रवाना हो जाएंगे। बता दें कि विदेश मंत्रालय इस प्रोग्राम का आयोजन कर रहा है, जो 10 से 12 सितंबर तक चलेगा। इसमें 39 देशों के लोग हिस्सा ले रहे हैं। अंतिम दिन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और अभिनेता अमिताभ बच्चन भी प्रोग्राम में हिस्सा लेंगे।
10वां विश्व हिंदी सम्मेलन -

पीएम मोदी के आने से पहले मंच पर अंतिम बार रिहर्सल की गई।
लाल परेड ग्राउंड पहुंचकर वीके सिंह ने लिया तैयारियों का जायजा।
विदेशी अतिथियों और लेखकों का आना हुआ शुरू।

जानिए विश्व हिंदी सम्मेलन के बारे में...
हिंदी भाषा का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन। इसमें दुनियाभर से हिंदी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी और हिंदी प्रेमी जुटते हैं। यह आयोजन हर चौथे वर्ष होता है। 1975 में विश्व हिंदी सम्मेलन की शुरुआत हुई। इसकी पहल पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने की थी। पहला विश्व हिंदी सम्मेलन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के सहयोग से नागपुर में हुआ था।

अब तक यहां हुए सम्मेलन...

क्रम तिथि नगर देश
1 10-14 जनवरी 1975 नागपुर भारत
28-30 अगस्त 1976 पोर्ट लुई मॉरिशस
3 28-30 अक्टूबर 1983 नई दिल्ली भारत
4 2-4 दिसंबर 1993 पोर्ट लुई मॉरिशस
5 4-8 अप्रैल 1996 त्रिनिडाड-टोबेगो त्रिनिदाद-टोबैगो
6 14-18 सितंबर 1999 लंदन इंग्लैंड
7 5-9 जून 2003 पारामरिबो सूरीनाम
8 13-15 जुलाई 2007 न्यूयॉर्क संयुक्त राज्य अमेरिका
9 22-24 सितंबर 2012 जोहानिसबर्ग दक्षिण अफ्रीका