जिनीवा : संयुक्त राष्ट्र ने आज कहा कि एड्स महामारी वर्ष 2030 तक समाप्त हो सकती है तथा वैश्विक प्रतिक्रिया के चलते भारत सहित दुनिया भर में तीन करोड़ एचआईवी के नये संक्रमणों को पिछले 15 सालों में टाल दिया गया। भारत एचआईवी प्रभावित शीर्ष पांच देशों में शामिल है।

यूएनएड्स के रणनीतिक सूचना एवं मूल्यांकन के निदेशक पीटर घाइस ने कहा, वर्ष 2015 तक डेढ़ करोड़ लोग जीवन रक्षक एचआईवी उपचार ले रहे हैं..वर्ष 2011 में सदस्य राष्ट्रों ने डेढ़ करोड़ का जो महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया था उसे हासिल कर लिया गया है। इस उपलब्धि के साथ ही हमने वर्ष 2000 से एड्स संबंधित करीब 80 लाख मौतों को टाल दिया।

उन्होंने कहा, विश्व ने 2000 से 2014 के बीच नये एचआईवी संक्रमणों में 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। 83 देशों में नये संक्रमणों को महत्वपूर्ण ढंग से कम कर दिया या उनमें बढ़ोतरी नहीं हुई। पीटर ने कहा कि इसके अलावा जिन देशों में एचआईवी मामलों की संख्या सबसे अधिक है उन सभी ने अपने एचआईवी महामारी के रूख को पलट दिया है। इनमें दक्षिण अफ्रीका, भारत, मोजांबिक, नाइजीरिया एवं जिम्बाब्वे शामिल हैं।

भारत में वर्ष 2014 में 7,85,191 वयस्कों को एंटी रेट्रोवायरल उपचार मिल रहा था। इनमें 11,724 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा 14 साल की आयु वर्ग के 45,546 बच्चों का भी यह उपचार चल रहा था।