लंदन। बेशक टीम इंडिया से जुड़़े नए गुरुओं से फैंस ज्यादा सही से वाकिफ ना हों लेकिन खबरों की मानें तो ये युवा खिलाड़ियों के फेवरेट हैं। भरत अरुण और आर श्रीधर को टीम का सहायक कोच और फील्डिंग कोच नियुक्त किये जाने की बीसीसीआइ की घोषणा के तुरंत बाद भारत के अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान उन्मुक्त चंद ने ट्वीट किया, 'अरुण और श्रीधर सर को बधाई, बेस्ट छुप नहीं सकता।'

इससे मालूम पड़ता है कि बीसीसीआइ ने भारत के शेष इंग्लैंड दौरे के लिए जिन्हें टीम से जोड़ा है, उन्हें कितना सम्मान हासिल है। अरुण न केवल भारतीय अंडर-19 टीम के कोच रह चुके हैं, बल्कि वह 2010 और 2011 में ऑस्ट्रेलिया में जीतने वाली भारतीय इमर्जिंग टीम के भी कोच थे। इन टूर्नामेंट में खेलने वाले अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, उमेश यादव और वरुण एरोन आज भारतीय टीम के स्तंभ हैं। अरुण ने अपनी नई जिम्मेदारी के बारे में कहा कि हमने इन खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में कदम रखने के समय से देखा है, अत: मुझे उन्हें शीर्ष स्तर पर गाइड कर बेहद खुशी होगी।

अंडर-19 विश्व कप जीत के सितारों में से एक प्रशांत चोपड़ा ने एनसीए के दिनों को याद करते हुए कहा, 'मैं अपनी लय नहीं हासिल कर पा रहा था। मैं गेंद को तेजी के साथ हिट करना चाहता था। अरुण सर ने मुझे धैर्य रखने को कहा और मुझसे देर तक बल्लेबाजी करायी। दूसरों के जाने के बाद भी हमने नेट जारी रखा। यह घटना बताती है कि वह हम लोगों की मदद करने में कितनी दिलचस्पी लेते थे।'

2012 अंडर-19 विश्व कप फाइनल में विजयी रन बनाने वाले समित पटेल अपनी सफलता का श्रेय आर श्रीधर को देते हैं, जिन्होंने बल्लेबाजी करने के लिए जाने से पहले उनमें आत्मविश्वास जगाया था। पटेल ने कहा, 'जब मैं बल्लेबाजी के लिए जा रहा था, तब टीम को जीत के लिए करीब 100 रन बनाने थे। श्रीधर सर ने कहा, क्या ïतुम आज विजयी रन बनाने जा रहे हो, इंज्वाय।'