नासिक : धरती पर होने वाले सबसे बड़े धार्मिक समागमों में से एक, सिंहस्थ कुंभ मेला मंगलवार से शुरू होने जा रहा है जिसके लिए बड़ी संख्या में साधु और श्रद्धालु शहर पहुंच रहे हैं।
नासिक एवं त्रयम्बकेश्वर पुरोहित संघ के अध्यक्ष सतीश शुक्ला और त्रयम्बकेश्वर पुरोहित संघ के अध्यक्ष जयंत शिखर ने बताया कि हर 12 वर्ष के अंतराल पर हिंदू कैलेन्डर के अनुसार, माघ माह में जब सूर्य और बृहस्पति एक साथ सिंह राशि में प्रवेश करते हैं तब नासिक - त्रयम्बकेश्वर मे कुंभ मेला आयोजित किया जाता है।
कुंभ मेला से पहले नासिक और त्रयम्बकेश्वर मे आज शाम भव्य ‘शोभा यात्रा’ निकाली गई जिसमें विभिन्न अखाड़ों के महंतों और साधुओं ने हिस्सा लिया। आयोजन के लिए ध्वजारोहण कल नासिक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री श्रीपाद नाइक की उपस्थिति में किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह त्रयम्बकेश्वर में ध्वजारोहण समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
नासिक में स्थानीय निकाय ने 315 एकड़ से अधिक बड़े स्थान पर साधुओं के रहने के लिए ‘साधू ग्राम’ तैयार किया है। यहां तंबू लगाए गए हैं और शौचालयों, 24 घंटे पेयजल, एलपीजी सिलिंडरों और बिजली की व्यवस्था की गई है। शाही स्नान नासिक में 29 अगस्त, 13 सितंबर और 18 सितंबर को होगा जबकि त्रयम्बकेश्वर में 29 अगस्त, 13 सितंबर और 25 सितंबर को होगा।
नासिक साधू ग्राम में वैष्णव संप्रदाय, निर्मोही, निर्वाणी और दिगम्बर अखाड़ों के साधू रूकेंगे। त्रयम्बकेश्वर साधू ग्राम में नागा साधुओं सहित शैव संप्रदाय के साधू ठहरेंगे। समझा जाता है कि 18वीं सदी के आखिर में कुंभ मेला के दौरान दोनों संप्रदायों के साधुओं के बीच टकराव में हजारों साधुओं की जान चली गई थी जिसके बाद पेशवा शासकों ने दोनों संप्रदायों के अनुयाइयों की अलग अलग व्यवस्था करने का आदेश दिया था।
नासिक के कलेक्टर दीपेन्द्र सिंह कुशवाह ने कहा कि प्रशासन कुंभ मेला के लिए पूरी तरह तैयार है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने इस अवसर पर 3,000 विशेष बसें मुहैया कराई हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है, खास कर त्रयम्बकेश्वर से निकलने वाली गोदावरी नदी के तट पर और दोनों शहरों में किसी भी तरह की भगदड़ से बचने के लिए। पिछली बार कुंभ मेला में भगदड़ हुई थी।
‘परवानी’ दिवसों में शाही स्नान होता है और तब करीब 15,000 पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। शहर के पुलिस आयुक्त एस जगन्नाथन और पुलिस अधीक्षक संजय मोहिते सहित शीर्ष सरकारी अधिकारी सुरक्षा इंतजामों पर करीबी नजर रख रहे हैं।