उफा (रूस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देर रात यहां कहा कि देशों के बीच अविश्वास, लंबे समय से चले आ रहे विवाद, व्यापार से जुड़ी बेड़ियां और आतंकवाद यूरेशियाई क्षेत्र के विकास में बाधाएं खड़ी कर सकती हैं ।

रूस और चीन सहित 12 देशों के नेताओं की एक रात्रिभोज भेंट को संबोधित करते हुए मोदी ने खासतौर पर आतंकवाद पर चिंता जताते हुए कहा कि यह खतरा ‘कल्पना से परे’ और ‘दीर्घकालिक’ है । मोदी ने कहा, ‘हमें ऐसा भविष्य बनाना है जिसमें विकास सुनिश्चित करने के लिए सभी संसाधनों की जरूरत होगी । इसके लिए हमें कुछ कदम उठाने होंगे ।’ इन कदमों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘पहली बात तो यह कि क्षेत्र में शांति होनी चाहिए । हमें सद्भावना एवं विश्वास का माहौल बनाना होगा ।’ उन्होंने कहा कि लंबे समय से चल रहे मुद्दे और अनसुलझे सवाल हैं । उन्होंने कहा, ‘लेकिन एक सहभागी भविष्य के निर्माण में मतभेदों एवं विवादों को जगह नहीं मिलनी चाहिए । क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए यह बहुत जरूरी है ।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दूसरी बात यह कि देशों को व्यापार में बाधाओं को दूर करना चाहिए और क्रियान्वयन व्यवस्था में सुधार करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि क्षेत्रीय विकास के लिए नयी संस्थाओं की भी जरूरत है. जैसे ‘ब्रिक्स न्यू डेवेलपमेंट बैंक’ जो नयी इकाइयों को दीर्घकालीन वित्तीय सहायता प्रदान करता है। उन्होंने कहा, ‘अंतत: हमारे सामने आतंकवाद, चरमपंथी बल और अन्य अंतरराष्ट्रीय अपराध जैसे धन शोधन हैं.. आतकंवाद का खतरा हमारी कल्पना से परे और दीर्घकालिक है।’ उन्होंने कहा, ‘इनमें क्षेत्र के विकास में बाधाएं उत्पन्न करने की क्षमता है।