नई दिल्ली: आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी की मदद को लेकर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा एक बार फिर नए विवाद में घिर गई हैं। न्यूज चैनलों पर दिखाए जा रहे एक रिपोर्ट के मुताबिक एक खुलासे में पता चला है कि राजस्थान खेल परिषद ने ललित मोदी को पद्म सम्मान देने की सिफारिश की थी।
 
सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2007 में राजस्थान खेल परिषद ने तत्कालीन प्रधान सचिव को चिट्ठी लिख कर ललित मोदी को पद्म अवार्ड दिए जाने की सिफारिश की थी। उस समय प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी। लिहाजा यह कहा जा रहा है कि वसुंधरा की सहमति के बाद ही यह सिफारिश की गई।
 
रिपोर्ट के मुताबिक वसुंधरा की सरकार ने दो तरह से ललित मोदी का नाम शामिल किया गया था। इसमें पहले में सिर्फ ललित मोदी का नाम शामिल था जबकि दूसरे में ललित मोदी के साथ एक और नाम को भी जोड़ा गया था। हालांकि केंद्र सरकार ने उनकी सिफारिश को मंजूर नहीं किया था।
 
गौर हो कि राज्य की सीएम वसुंधरा राजे पर पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के निवेश से सीधा फायदा लेने का गंभीर आरोप लगा है। इसके साथ ही राजस्थान के धौलपुर महल पर कब्जा जमाने का भी आरोप है। कांग्रेस का आरोप है कि धौलपुर सरकारी संपत्ति है, लेकिन वसुंधरा ने इसे अपनी निजी संपत्ति बना लिया है।