कोल्हापुर: राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहीम द्वारा सशर्त आत्मसमर्पण की पेशकश ठुकराने के अपनी सरकार के फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि भगोड़े को पांच सितारा सुविधाएं मुहैया नहीं करायी जाती क्योंकि वह 1993 के श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में बेकसूर लोगों की मौत का जिम्मेदार था।

 

उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘दाउद इब्राहिम मुंबई श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में आरोपों का सामना कर रहा है जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गयी। उसके खिलाफ गंभीर आरोपों को देखते हुए क्या यह ठीक होता कि दाउद को भारत लाकर उसके रहने के लिए पांच सितारा व्यवस्था की जाती ? कानून सबसे के लिए समान है।’

पवार से पूछा गया कि था कि 1990 के दशक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के जरिए दाउद के समर्पण की पेशकश को क्यों ठुकरा दिया था। जेठमलानी के मुताबिक, माफिया ने आत्मसमर्पण के लिए शर्त रखी थी की उसे जेल में नहीं घर में रखा जाए।