जयपुर: हेमा मालिनी की मर्सिडीज के साथ एक कार की टक्कर में मारी गई चार वर्षीय बच्ची के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि बच्ची करीब 20 मिनट तक घटनास्थल पर पड़ी रही और यदि उसे भी भाजपा सांसद के साथ अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। बीती रात दौसा में अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही सोनम ने दम तोड़ दिया था।

सोनम के चाचा शिरीष गुप्ता ने आरोप लगाया, ‘‘घटना के बाद एक डॉक्टर ने हेमा मालिनी को तुरंत दौसा के अस्पताल पहुंचा दिया। बाद में वह उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले गए जबकि सोनम मौके पर करीब 15-20 मिनट तक पड़ी रही। किसी ने उसकी सुध नहीं ली।’’ गुप्ता ने कहा, ‘‘यदि उसे सोनम भी हेमा मालिनी के साथ अस्पताल ले जाया जाता तो उसकी जान बच जाती।’’ सोनम के पिता हनुमान महाजन, उनकी पत्नी शिखा 35, सोमिल और सीमा को यहां के एसएमएस अस्पताल में स्थानांतरित किया गया।  
 
महाजन ने हेमा की कार चला रहे रमेश चंद ठाकुर के खिलाफ दौसा के कोतवाली पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई है। यहां से 60 किलोमीटर दूर दौसा में दोनों की कार हादसे का शिकार हो गई थीं।  दौसा में कोतवाली थाना में ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया। गुप्ता ने बताया कि सोनम और अन्य को पुलिस अस्पताल ले गई थी।