पन्ना ।   उत्तराखंड में रविवार को हुए हादसे में 25 तीर्थ यात्रियों की मौत के बाद उनके शव सोमवार को विशेष विमान से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचाए गए। यहां से जिला प्रशासन ने 18 एंबुलेंस की मदद से सभी के शव उनके गृहग्राम भिजवाए। जैसे ही तीर्थ यात्रियों के शव उनके गांव में पहुंचे तो माहौल गमगीन हो गया और चारों ओर चीख-पुकार सुनाई देने लगी। अपनों के जाने से स्वजन ही नहीं, गांव के हर व्यक्ति की आंखें नम थीं। सभी मृतकों का अंतिम संस्कार उनके गृहग्राम में मंगलवार सुबह किया जाएगा।

सांसद वीडी शर्मा व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह भी पहुंचे :

खजुराहो सांसद व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा व खनिज साधन व श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह विशेष विमान से शव लेकर शाम करीब सात बजे खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे। मेरे मम्मी-पापा को बुला दो, प्लीज : आइजी सागर रेंज अनुराग व संभागायुक्त मुकेश शुक्ला पीड़ित परिवारों से मिलने पवई विकासखंड के अंतर्गत बुद्ध सिंह साटा गांव पहुंचे। संभागायुक्त जब पीड़ित परिवार को सांत्वना दे रहे थे, तभी माता-पिता को खो चुकी एक महिला जोर-जोर से रोते हुए उनके पास पहुंची और कहने लगी कि मेरे मम्मीपापा को बुला दो, प्लीज। यह सुनकर वहां खड़े सभी लोगों की आंखें भर आईं। इस पर कमिश्नर और आइजी ने ढांढस बंधाते हुए उसे काफी समझाया कि शासन-प्रशासन उसके साथ है।सबसे ज्यादा मृतक बुद्ध सिंह साटा गांव के : मृतकों में आठ तीर्थ यात्री बुद्ध सिंह साटा गांव के हैं। इसके अलावा मोहेंद्रा से छह व पवई क्षेत्र से चार तीर्थ यात्रियों की मौत हुई है। सिमरिया, कोनी व पंडवन से दो-दो तीर्थ यात्रियों व ककरहटा से एक तीर्थ यात्री की जान गई है।

विलाप, सिसकियां और मातम

पन्ना जिले के गांव बुद्ध सिंह साटा, सिमरिया, पंडवन, मोहेंद्रा, पवई, कुंवरपुर, कोनी, ककरहटा व चिखला और छतरपुर जिले के गांव बिजावर में जब देर रात मृतकों के शव पहुंचे तो दिनभर से किसी तरह आंसुओं पर काबू रखे स्वजन बिलख पड़े । हर ओर विलाप और सिसकियां वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर रही थीं।