आईएएस अधिकारी शकुंतला गैमलिन को कार्यवाहक मुख्य सचिव बनाने पर छिड़े विवाद के 15 दिन बाद उनका और ‘आप’ सरकार में उद्योग मंत्री का टकराव सामने आया है। गैमलिन ने उपराज्यपाल नजीब जंग को पत्र लिखकर कहा है कि  उद्योग मंत्री सत्येन्द्र जैन औद्योगिक भूखंडों को फ्रीहोल्ड कराने के लिए दबाव डाल रहे थे। वहीं, जैन ने आरोप को सरासर बेबुनियाद बताया है।

मई के दूसरे सप्ताह में लिखे पत्र में गैमलिन ने आरोप लगाया कि उद्योग मंत्री उन पर बवाना औद्योगिक क्षेत्र की जमीन फ्रीहोल्ड करने का प्रस्ताव पेश करने का दबाव बना रहे थे। ताकि इस पर मंत्रिमंडल की मंजूरी ली जा सके। ऐसा तब है जब यह बात उन्हें बता दी गई है कि यह भूमि दिल्ली सरकार के तहत नहीं आती है और इसके कानूनी नतीजे हो सकते हैं। बता दें गैमलिन फिलहाल प्रमुख सचिव (बिजली एवं उद्योग) के पद पर हैं।

उधर, जैन ने आरोप खारिज करते हुए कहा, औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों की मांग पर विभागीय प्रस्ताव तैयार करने को कहा गया था। सरकार के पास विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि अपनी मांग रखते हैं। इन्हें पूरा करने की संभावनाएं तलाशने के लिए संबद्ध मंत्री अपने विभाग से प्रस्ताव मांगता है। यह प्रक्रिया का हिस्सा है।