रायपुर:बिहार के गया जिले में 10 दिन पहले अपनी महिला नक्सली साथी के मारे जाने के विरोध में माओवादियों के एक ग्रुप ने राज्य में सोमवार से दो दिन का बंद रखा है। इस दौरान गया से लगभग 40 किलोमीटर दूर नैशलन हाइवे-2 पर नक्सलियों ने टैंकरों और कंटेनरों सहित 32 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हालात का जायजा लेने के लिए शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है। उधर, नक्सलियों ने सारन जिले के पानापुर इलाके में मोबाइल फोन के एक टावर को उड़ा दिया है।

गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज के मुताबिक, रविवार देर रात एक हथियारबंद नक्सली ग्रुप ने गया के जीटी रोड पर गाड़ियों को रुकवाकर दहशत फैलाने के लिए उनमें आग लगा दी। वे सुरक्षा बलों के अभियान का विरोध कर रहे हैं। जिन गाड़ियों में आग लगाई गई, उनके चालकों के मुताबिक, आग लगाने से पहले उन्होंने गाड़ियों से बाहर निकलने को कहा। इस नक्सली हमले के बाद पटना स्थित पुलिस मुख्यालय ने जिला पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ तलाशी अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना की जानकारी मिलने के बाद अतिरिक्त सुरक्षाबल को गया भेजा गया है, जो नक्सल प्रभावित पड़ोसी राज्य झारखंड की सीमा से सटा है। बिहार के पुलिस प्रमुख पी. के. ठाकुर ने मीडिया को बताया कि नक्सली हिंसा की घटनाओं के बावजूद गया और अन्य जगहों पर स्थिति नियंत्रण में है और हालात सामान्य हैं।

झारखंड सरकार ने 15 लाख का रखा था इनाम

16 मई को एक मुठभेड़ में एक महिला नक्सली सरिता उर्फ उर्मिला गंझू की मौत हो गई थी। इसके विरोध में माआवोदियों ने 25 और 26 मई को दो दिवसीय बंद का ऐलान किया है। सरिता पर झारखंड सरकार ने 15 लाख का इनाम रखा था। वह बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमिटी की सदस्य बताई गई है।

दंतेवाड़ा में माओवादियों ने 2 ग्रामीणों की हत्या की

उधर, माओवादियों की एक टोली ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर दो ग्रामीणों की कथित तौर पर हत्या कर दी। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक कामलोचन कश्यप के मुताबिक, 63 वर्षीय सुक्कु पटेल की फरसपाल पुलिस थाना क्षेत्र के तहत पंडेवार गांव में, जबकि चितरंजन नाम के दूसरे ग्रामीण की हताया दंतेवाड़ा थाना क्षेत्र के गोंदपाल गांव में हत्या की गई। उग्रवादियों का एक समूह पटेल के घर में सोमवार तड़के घुस गया और वे उसे पुलिस का मुखबिर बताते हुए घसीटते हुए बाहर ले गए। उन्होंने पटेल पर धारधार हथियारों से हमला कर मौके पर उसे मार डाला। उन्होंने बताया कि चितरंजन की भी इसी तरह से हत्या की गई।