मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने काम सौंप दिया है। यादव को उदयपुर में हो रहे चिंतन शिविर के लिए किसान पेपर तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। यादव दो दिन पहले ही दिल्ली से लौटे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का उदयपुर में चिंतन शिविर होने वाला है जिसमें कई अलग-अलग मुद्दों पर प्रेजेंटेशन होने वाले हैं। इसमें किसान और कृषि विषय पर पेश होने वाले पेपर को लेकर नौ सदस्यों की कमेटी बनाई है जिसमें अरुण यादव को शामिल किया गया है। यादव मध्य प्रदेश के निमाड़ के बड़े किसान हैं। कृषि क्षेत्र में सहकारी आंदोलन की विशेष भूमिका रहती है और इसमें अरुण यादव के पिता सुभाष यादव का खासा दखल रहा था। इस वजह से अरुण यादव को सहकारिता क्षेत्र का भी कुछ अनुभव है। चिंतन शिविर की किसान और कृषि क्षेत्र की समिति में यादव के अनुभव का लाभ मिलेगा।
यादव की दिल्ली की दौड़ सफल रही
गौरतलब है कि यादव ने कांग्रेस की चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से बैठकों के पहले पिछले दिनों सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद उनकी सक्रियता प्रदेश में बढ़ी थी और वे बुंदेलखंड के दौरे पर भी निकले थे। व्यवसायिक परीक्षा मंडल की शिक्षक वर्ग तीन और आरक्षक भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर भी यादव इस दौरान काफी सक्रिय दिखाई दिए थे। इसके बाद यादव समाज में भी उनकी सक्रियता दिखी। सोनिया गांधी से उनकी मुलाकात के बाद वे दो दिन पहले फिर दिल्ली पहुंचे थे जिसमें चिंतन शिविर की समितियों के गठन को अंतिम रूप दिया जा रहा है और उन्हें संकेत दिए गए थे। उनके वापस आने के अगले दिन ही समिति बना दी गई।