चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु आज आईपीएल के दूसरे क्वालीफायर में जब आमने सामने होंगी, तो यह मुकाबला महेंद्र सिंह धौनी और विराट कोहली की कप्तानी का भी होगा। चेन्नई और बेंगलुरु को रविवार को होने वाले फाइनल में जगह बनाने के लिये काफी पसीना बहाना होगा। यह मुकाबला भारत के वनडे कप्तान धौनी और टेस्ट कप्तान कोहली की नेतृत्व क्षमता का भी होगा।
पिछले रिकॉर्ड के आधार पर हालांकि चेन्नई का पलड़ा भारी होगा। इस बार आईपीएल में दो बार दोनों टीमों का मुकाबला हुआ है और दोनों बार चेन्नई ने बाजी मारी। मौजूदा फार्म को आधार माने तो बेंगलुरु का पलड़ा भारी लग रहा है। दो बार की चैम्पियन चेन्नई को पहले क्वालीफायर में मुंबई इंडियंस ने 25 रन से हराया। अब उसे रिकॉर्ड छठी बार फाइनल में जगह बनाने के लिये अपनी गलतियों से सबक लेकर उतरना होगा।
आईपीएल के इतिहास में चेन्नई सबसे कामयाब टीम रही है, जिसने 2010 और 2011 में खिताब जीते और अब तक पांच बार फाइनल में पहुंच चुकी है। बेंगलुरु के खिलाफ जीतने के लिये चेन्नई को एड़ी चोटी का जोर लगाना होगा। उसके लिये सर्वाधिक रन बनने वाले ब्रेंडन मैकुलम के स्वदेश लौटने से चेन्नई की बल्लेबाजी कमजोर हुई है। अब तक टीम अच्छी शुरुआत के लिये इस कीवी बल्लेबाज पर काफी हद तक निर्भर थी।
मुंबई के खिलाफ पहले क्वालीफायर में 187 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई 25 रन से चूक गई। फाफ डु प्लेसिस, सुरेश रैना, ड्वेन ब्रावो अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके। उसके गेंदबाज भी मुंबई के बल्लेबाजों पर अंकुश नहीं लगा सके। आशीष नेहरा और आर अश्विन ने उम्दा गेंदबाजी की, लेकिन पवन नेगी, रविंद्र जडेजा, मोहित शर्मा और ब्रावो से उन्हें अपेक्षित सहयोग नहीं मिला।
दूसरी ओर एलिमिनेटर में राजस्थान रॉयल्स को हराने के बाद बेंगलुरु के हौसले बुलंद है। बेंगलुरु ने इस एकतरफा मुकाबले में 71 रन से जीत दर्ज की। क्रिस गेल, कोहली, एबी डिविलियर्स, मनदीप सिंह, दिनेश कार्तिक सभी इस टूर्नामेंट में रन बना चुके हैं। डिविलियर्स (512 रन) और गेल (450 रन) उन चार बल्लेबाजों में से हैं, जिन्होंने इस बार आईपीएल में शतक जमाया है। राजस्थान रॉयल्स के शेन वाटसन और चेन्नई के ब्रेंडन मैकुलम भी शतक लगा चुके हैं।
आईपीएल: मैच ही नहीं, कप्तानी का भी मुकाबला
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