वाशिंगटन। अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन ने अमेरिकी हमले से कुछ महीने पहले ही पाकिस्तान के एबटाबाद के अपने ठिकाने को छोड़ने का मन बना लिया था। ओसामा ने यह बातें पत्नी खरिया को लिखे पत्र में कही थीं। हालांकि यह चिट्ठी लिखने के छह महीने के अंदर ही अमेरिकी नेवी सील्स कमांडो ने उसे मार डाला।
ओसामा का यह खत हाल ही में सार्वजनिक किए गए उन दस्तावेज का हिस्सा है, जो ओसामा के ठिकाने से मिले थे। राष्ट्रीय खुफिया निदेशक कार्यालय ने बुधवार को उन्हें जारी किया।
ओसामा ने पत्र में लिखा था कि वह एबटाबाद में अकेले रहते-रहते गहरी कुंठा में गया था। ओसामा ने उसे शरण देने वाले और बाहरी दुनिया के लिए उसके संपर्क सूत्रों- दो पाकिस्तानी भाइयों का जिक्र करते हुए लिखा, 'मुझे लगता है मैं उन्हें छोड़ दूं।
लेकिन दूसरी जगह का इंतजाम करने में कुछ महीने लगेंगे जहां तुम (खरिया), हमजा और उसकी बीवी हमारे पास सकें।
मैं तुमसे माफी मांगता हूं। उम्मीद करता हूं कि तुम हालात समझोगी। दुआ करता हूं कि अल्लाह हम लोगों की मुलाकात आसान बनाए। इंशा अल्लाह।'