श्रीनगर: अधिकारियों ने बुधवार क हुर्रियत कान्फ्रेंस के उमर फारुक को नजरबंद कर दिया जिससे वह अपने पिता की बरसी के मौके पर गुरुवार को प्रस्तावित रैली में हिस्सा न ले सकें। उनके पिता की 1990 में हत्या कर दी गई थी।

हुर्रियत के एक प्रवक्ता ने कहा कि मीरवाइज को सुबह नजरबंद कर दिया गया और इस तरह उन्हें हफ्ता शहादत कार्यक्रम में भाग लेने से रोक दिया गया। प्रवक्ता ने कहा कि यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद है। उदारपंथी हुर्रियत कान्फ्रेंस ने मीरवाइज के पिता मौलवी मोहम्मद फारूक एवं हुर्रियत नेता अब्दुल गनी लोन की बरसी के अवसर ईदगाह में एक रैली की योजना बनाई थी।

जुलूस में शामिल समर्थक पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े। जैसे ही वह हवल पहुंचे तो आवामी एक्शन कमेटी के महासचिव गुलाम मोहम्मद जाकी ने अपनी पार्टी का झंडा लहराया। इस बीच वहां मौजूद कई युवाओं ने जमकर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए और पाकिस्तानी झंडा भी लहराया।