भोपाल। बिजली सप्लाई का काम जिन निजी कंपनियों को फ्रेंचाईजी के रूप में दिया गया है उनकी भारी शिकायते आ रही हैं। गड़बड़ करने वाली कंपनियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए। यह बात मुख्मयंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऊर्जा विभाग की समीक्षा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जो कंपनी अच्छे से काम नहीं कर रही हैं उनका ठेका निरस्त कर दिया जाए। इस पर ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव आईसीपी केशरी ने कहा कि हम दिखवा लेते हैं, लेकिन अब तक हमें ऐसी शिकायतें नहीं मिली हैं।

इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सुबह ही गुरुवार को उज्जैन गया था, वहां के किसानों ने मुझे बिजली फ्रेंचाईजी कंपनी द्वारा अनाप-शनाप बिल देकर लूटने की शिकायत की है। इसे गंभीरता से लिया जाए। बिजली लॉसेस की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली के तारों को अंडरग्राउंड डाला जाए, इससे बिजली चोरी तो रूकने के साथ बिजली के करंट की संभावनाए भी समाप्त हो जाएंगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि किसानों की सब्सिडी राशि 2900 करोड़ से बढ़कर 4900 करोड़ कैसे हो गई।

इसे दिखवाया जाए, इस पर वित्त विभाग के प्रमुख सचिव आशीष उपाध्याय ने कहा कि खेती का रकबा और सिंचाई के साधन बढ़ने से बिजली खपत बढ़ी है, जिससे सब्सिडी की राशि में इजाफा हुआ है। इस पर मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव उपाध्याय की चुटकी लेते हुए कहा कि आप वित्त के अधिकारी हैं आप को खेती किसानी के बारे में इतनी जानकारी कैसे। मुख्यमंत्री की इस बात पर बैठक में मौजूद अफसर हंस पड़े।


मार्च 2016 तक हर गांव में पहुंचे बिजली

मुख्यमंत्री कहा कि मार्च 2016 तक प्रदेश में कोई भी राजस्व ग्राम बगैर बिजली के न रहे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश को अस्थाई कनेक्शन मुक्त बनाया जाए। इसके लिए अधिकारियों को रोडमेप बनाने के निर्देश भी दिए। बिजली विभाग और ग्रामीणों में आए दिन होने वाले विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग आम जन से मधुर संबंध्ा बनाने को सर्वोधा प्राथमिकता दे। जमीनी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जाए। आमजन को लगे कि विभाग उनकी मदद के लिये है। जनता से दूरियां कम होने पर विभाग के राजस्व में भी वृद्धि होगी।