इंदौर। रविवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल की बारहवीं की परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ। इस बार रिजल्ट में 20 फीसदी गिरावट आ गई। जहां बीते साल बारहवीं का जिले का रिजल्ट 80 फीसदी था वहीं इस साल सिर्फ 59.43 फीसदी रहा। इंदौर के मल्हाराश्रम स्कूल के एक छात्र अनिमेष जैन ने कॉमर्स संकाय की मेरिट में पहला स्थान पाकर जिले की लाज रख ली।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा में इस बार परीक्षार्थियों के परीक्षा केंद्र क्या बदले 20 फीसदी रिजल्ट नीचे आ गया। यहां तक कि पिछले 8 सालों में कभी इतना कम परीक्षा परिणाम नहीं आया। इस साल जहां इंदौर संभाग का रिजल्ट 64 प्रतिशत रहा वहीं जिले का रिजल्ट 59.43 प्रतिशत रहा।
हर बार की तरह लडकियां अव्वल रही। जिले में 72 फीसदी लडकियां उत्तीर्ण हुई जबकि लड़कों के उत्तीर्ण होना का प्रतिशत 51.47 रहा। गौरतलब है कि इस बार पहली बार बोर्ड ने प्रायवेट स्कूलों के विद्यार्थियों के परीक्षा केंद्र बदल दिए थे। स्कूल संचालकों की 'सेटिंग" बदलने का नतीजा इस बार रिजल्ट में सामने आ गया
18 हजार में से सिर्फ 2 हजार 763 प्रायवेट परीक्षार्थी पास
प्रायवेट (स्वाध्यायी) परीक्षार्थियों की हालत तो बेहद खराब रही। 18 हजार 201 प्रायवेट विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी इसमें से सिर्फ 2 हजार 763 विद्यार्थी पास हो सके। कुल प्रायवेट परीक्षा का 15.55 फीसदी रिजल्ट रिकार्ड हुआ। गौरतलब है कि सभी स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के सिर्फ शासकीय स्कूलों में केंद्र बनाएं थे।
एक नजर में रिजल्ट
कुल परीक्षार्थी 34081
कुल उत्तीर्ण 20056
प्रथम श्रेणी 10397
द्वितीय श्रेणी 8417
तृतीय श्रेणी 1242
20 फीसदी गिरा 12 वीं का रिजल्ट, 59.43 फीसदी विद्यार्थी ही पास
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