गुमला । गुमला से अपहृत जिला आरसीएच पदाधिकारी डा. आरबी चौधरी की अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम वसूलने के बावजूद रविवार की देर रात गला दबाकर हत्या कर दी। उनकी मौत से आक्रोशित चिकित्सकों ने शव के साथ सड़क पर उतरकर एनएच 78 को जाम कर दिया। इसके बावजूद वहां कोई वरीय पुलिस अथवा प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा। देर रात तक सड़क जाम रहने के कारण दोनों ओर लंबी दूरी तक वाहनों का काफिला लगा रहा। दूसरी ओर, अपहरण की घटना से आक्रोशित डॉक्टरों ने पूरे प्रदेश के सदर अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप रखी थी जिसे आगे भी जारी रखने का फैसला किया गया। देर रात रांची में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने बैठक कर निर्णय लिया कि अपराधियों की गिरफ्तारी तक सरकारी और गैर सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर चले जाएंगे। आइएमए ने अपनी कुछ मांगें भी रखी हैं। बुधवार से रांची में रिम्स, धनबाद में पीएमसीएच, जमशेदपुर में एमजीएम समेत दूसरे सरकारी अस्पतालों में मरीजों की जांच नहीं होगी।
विगत 30 अप्रैल को अपराधियों ने डॉ. आरबी चौधरी का अपहरण करने के बाद 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। पुलिस ने सोमवार की सुबह रायडीह थाना क्षेत्र के शाहीटोली गांव स्थित डैम से थोड़ी दूर पर शव को बरामद किया। उनके चेहरे पर चोट के हल्के निशान भी थे। हत्या की सूचना मिलते ही चिकित्सक की पत्नी, बहन व भांजा गुमला पहुंचे।
परिजनों को घुमाते रहे अपराधी
चिकित्सक के भांजे अमित कुमार ने बताया कि अपराधियों ने फिरौती के रूप में पचास लाख रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में पांच लाख रुपये में मामला तय हुआ। इसके बाद उन्हें रविवार को पैसा लेकर पहले रांची बुलाया गया। वहां जाने के बाद अपराधियों ने फिर हजारीबाग, लातेहार, सतबरवा और अंत में बेतला पार्क के समीप बुलाया। बेतला पार्क जाने पर अपराधियों ने एक यात्री शेड के समीप पैसा रखवा लिया एवं सोमवार की सुबह गुमला के डीएसपी रोड में चिकित्सक के मिल जाने की बात कही थी। लेकिन अपराधियों ने पैसा लेने के बाद भी उन्हें मार दिया। हत्या के बाद अपराधियों ने चिकित्सक के आपरेशन वाले औजार को भी जला दिया था।
गिरफ्तारी और मुआवजा की मांग
हत्या के बाद आक्रोशित स्वास्थ्यकर्मियों और लोगों ने जाम कर दिया। जाम स्थल पर आइएमए के जिला शाखा के सचिव डॉ. बीके महतो ने जामस्थल पर मुख्यमंत्री, डीजीपी एवं स्वास्थ्य सचिव को बुलाने की मांग की। चिकित्सक मांग कर रहे थे कि हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी हो, मृतक के परिजनों को दस करोड़ मुआवजा मिले, सरकारी नौकरी व चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की घोषणा की जाए। देर रात तक चिकित्सक शव के साथ रोड पर डटे हुए थे। यहां पर चिकित्सक की पत्नी निर्मला चौधरी रोते-रोते बार-बार बेहोश हो जा रही थी।
सीएम ने लिया संज्ञान, एक गिरफ्तार, दो हिरासत में
रांची। गुमला में चिकित्सक की हत्या के मामले को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने इस घटना पर शोक जताते हुए एडीजी, हेडक्वार्टर को सीएम हाउस में तलब किया और आइजी से घटना की रिपोर्ट मांगी है। घटना को दुखद बताते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिया कि तत्काल कार्रवाई करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि अपराधी किसी भी कीमत पर बच नहीं सकें। मुख्यमंत्री के रेस होते ही पुलिस महकमा सक्रिय हो गया। झारखंड पुलिस के एडीजी ऑपरेशन सह प्रवक्ता एसएन प्रधान ने बताया कि चिकित्सक की हत्या मामले में एक की गिरफ्तारी हो गई है और दो अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले में तीन अन्य की भी संलिप्तता सामने आई है, जिनकी तलाश की जा रही है। जो गिरफ्तार किया गया है, उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। चिकित्सक की हत्या कब और कैसे हुई, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चल पाएगा। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है, पूरे मामले का शीघ्र खुलासा हो जाएगा।
झारखंड में अपहृत चिकित्सक की हत्या, हड़ताल का एलान
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