झारखंड के गुमला के मिर्चई पाट गांव के निवासी सड़क के अभाव में पड़ोसी राज्य जशपुर, छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य सेवाओं पर निर्भर हैं। उनका दावा है कि उनके ही राज्य से एंबुलेंस नहीं आती हैं। एक गर्भवती महिला को भी कल छत्तीसगढ़ एंबुलेंस सेवा से जशपुर ले जाया गया। एक स्थानीय निवासी अशोक यादव ने कहा कि हमने एक गर्भवती महिला के लिए झारखंड के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया। लेकिन हमें बताया गया कि सड़क के अभाव में वे हमारी मदद नहीं कर पाएंगे। इसके बाद हमने छत्तीसगढ़ से एंबुलेंस मंगवाई।

उसे जशपुर ले जाया जा रहा है। मरीजों को भगवान की दया पर छोड़ दिया गया है।गुमला के डीएम सुशांत गौरव ने कहा कि हमने क्षेत्र को चिह्नित कर लिया है और हम एक प्रस्ताव भेजेंगे। हम देखेंगे कि ऐसी कोई घटना न हो। हम ऐसे स्थानों को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जोड़ेंगे ताकि दूर-दराज के इलाकों को 3-4 साल में सड़क संपर्क मिल सके। हम ममता वाहन की संख्या भी बढ़ा रहे हैं।