भोपाल । वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियां कमजोर पड़ गई हैं। इस वजह से अब वातावरण में धीरे-धीरे नमी कम होने लगी है। देर शाम राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार को भी भिंड, मुरैना, नीमच, मंदसौर एवं छिंदवाड़ा जिलों में कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शेष जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। शनिवार से अधिकतम तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे कम 14 डिग्री सेल्सियस तापमान रीवा, रायसेन एवं गुना में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 31.7 डिग्रीसे. दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्रीसे. कम रहा। साथ ही बुधवार के अधिकतम तापमान 32.8 डिग्रीसे. की तुलना में 1.1 डिग्रीसे. कम रहा।
न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से दो डिग्रीसे. कम रहा। यह भी बुधवार के न्यूनतम तापमान 15 डिग्रीसे. के मुकाबले 0.4 डिग्रीसे. कम रहा। साहा ने बताया कि बुधवार को शहर में बूंदाबांदी हुई थी। राजधानी के आसपास के जिलों में भी बौछारें पड़ीं है। साथ ही हवा का रुख भी उत्तरी रहा। इस वजह से तापमान में गिरावट हुई है।
तीन मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त उत्तर-मध्य महाराष्ट्र से केरल तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इन तीन मौसम प्रणालियों के कारण वातावरण में कुछ नमी मिल रही है।
इस वजह से शुक्रवार को प्रदेश के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। शुक्रवार शाम तक इन मौसम प्रणालियों के समाप्त होने की संभावना है। इससे मौसम शुष्क होने लगेगा। साथ ही शनिवार से राजधानी सहित पूरे प्रदेश में दिन के तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होने के आसार हैं।