यमुनानगर । यमुनानगर में पांच माह की गर्भवती 28 वर्षीय नजमा के हत्यारोपित देवर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के गांव जाफराबाद निवासी मौहम्मद असलम उसके दोस्त बिजनौर के सदाफल निवासी शफीक को सीआइए वन की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपितों को उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपित नजमा के पति रेलवे प्रोटेक्शन सेफ्टी फाेर्स (आरपीएसएफ) के सब इंस्पेक्टर अफसर अली को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा चुका है। 

सीआइए वन के इंचार्ज राकेश मटोरिया ने बताया कि जिस स्कार्पियो कार से टक्कर मारकर नजमा की हत्या की गई। वह आरोपित मौहम्मद असलम अपने भाई से लेकर आया था। असलम अपने साथी शफीक को साथ लेकर आया था। हत्या की योजना अफसर अली असलम ने बनाई थी। जबकि शफीक को योजना के बारे में यहां आकर पता लगा था। 

यह हुआ था मामला

गांव जाफराबाद निवासी अफसर अली यहां आरपीएसएफ नौवीं वाहिनी जगाधरी वर्कशाप में एसआइ के पद पर तैनात था। इसके बाद भी वह यहां पत्नी नजमा के साथ पृथ्वीनगर कालोनी में किराये के मकान में रह रहा था। आरोपित का पत्नी के साथ विवाद रहता था। कई बार उसकी शिकायत भी नजमा थाने में कर चुकी थी। जिस पर उसने पत्नी की हत्या करने की योजना बनाई। यह सड़क हादसा लगे। इसके लिए गाड़ी से पत्नी को टक्कर मारने के लिए अपने चचेरे भाई असलम को साथ लिया।

साजिश के तहत वह 24 सितंबर की रात करीब नौ बजे खाना खाने के बाद पत्नी नाजमा के साथ रेलवे अंडरपास के पास सैर करने के लिए गया। तभी स्कार्पियो कार ने पीछे से नजमा को टक्कर मारी। जिससे उसकी मौत हो गई थी। स्वजनों ने इस मामले में अफसर अली पर ही हत्या कराने का शक जताया। इसके आधार पर ही पुलिस ने केस में हत्या की धारा इजाद की और मामले की जांच सीआइए वन को दी। तभी इस वारदात का पर्दाफाश हुआ था।