भिलाई। जेपी सीमेंट कंपनी में नौकरी लगाने के नाम पर एक युवक से सात लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। इसी तरह से आरोपितों ने करीब 70 लोगों को अपना शिकार बनाया है।इन्होंने आवेदन लेने से लेकर इंटरव्यू तक के लिए एक टीम बनाई थी। जिस तरह की भर्ती की प्रक्रिया होती है। बिल्कुल वैसे ही हर स्तर की प्रक्रिया अपनाई गई।
इसके एवज में आरोपितों ने रुपये भी लिए। रुपये देने के बाद जब शिकायतकर्ता ने जेपी सीमेंट कंपनी में जाकर पता किया तो उन्हें जानकारी हुई कि वहां पर कोई भी भर्ती की प्रक्रिया नहीं चल रही है। इसके बाद आरोपितों का भांडा फूटा। शिकायतकर्ता ने अपने रुपये की मांग की तो आरोपितों ने उसे घुमाना शुरू कर दिया। इसके बाद उसने भिलाई नगर थाना में शिकायत की।
जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।पुलिस ने बताया कि बंशी विहार बोरसी दुर्ग निवासी शिकायतकर्ता सुरेश चंद सिंगोरे (65) ने आरोपित भीखम प्रसाद चांदने, विवेक चंद चांदने, स्मिता चांदने, के आनंद राव, टीना साहू, चितंड प्रसंगी और रामचंद सावंत के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
पुलिस ने बताया कि कुथरेल निवासी सुनील चंद्राकर से उसे जानकारी हुई कि जेपी सीमेंट कंपनी में रिक्त पदों पर भर्ती चल रही है। उसने ही रूआबांधा निवासी भीखम प्रसाद चांदने से शिकायतकर्ता की मुलाकात कराई थी। शिकायतकर्ता ने अपने बेटे कृष्णा सिंगोरे, दामाद मिथलेश प्रसाद, भाई राजेंद्र सिंगोरे, मित्र बीपी महोबे के बेटे इतेश महोबे, दामाद के भाई हेमु भारद्वाज और काम वाली बाई के पति अमित कुमार की नौकरी लगाने के संबंध में आरोपित भीखम प्रसाद चांदने से बात की।
इन सभी की नौकरी लगाने के एवज में शिकायतकर्ता ने आरोपित को अलग-अलग किस्तों में सात लाख रुपये भी दिए। रुपये देने के बाद सभी को इस्पात भवन स्थित काफी हाउस में बुलाया गया। वहां पर सभी का दस्तावेज परीक्षण किया गया। इसके बाद टीना साहू नाम की महिला का समय-समय पर वेरिफिकेशन और इंटरव्यू के लिए फोन आता रहा। 19 फरवरी 2020 को सुपेला स्थित आमंत्रण होटल में 14 दिन तक सभी का इंटरव्यू हुआ। लेकिन, किसी का भी मेडिकल नहीं हुआ।
इसी दौरान 14 अप्रैल 2020 को भीखम प्रसाद चांदने की मौत हो गई। लेकिन, उसके बाद भी सभी अभ्यर्थियों के पास मैसेज आया कि 15 अप्रैल को मेडिकल होगा। भीखम चांदने की मौत के बाद भी इस तरह का मैसेज आने पर शिकायतकर्ता को शक हुआ तो उसने अपने साथियों के साथ जाकर पतासाजी की तो उसे पता चला कि जेपी सीमेंट में किसी प्रकार की भर्ती नहीं हो रही है। साथ ही यह भी पता चला कि आनंद राव नाम के व्यक्ति ने भीखम प्रसाद चांदने के साथ मिलकर धोखाधड़ी का पूरा षडयंत्र रचा था।
उसने इंटरव्यू के लिए रामचंद सावंत और चितंड प्रसंगी को रखा था। इन दोनों ने इंटरव्यू का नाटक किया। इसके अलावा फोन पर बात करने के लिए टीना साहू को रखा था। दस्तावेज परीक्षण के लिए विवेक चंद चांदने और स्मिता चांदने को रखा था।
शिकायतकर्ता ने और जानकारी जुटाई तो उसे पता चला कि आरोपितों ने करीब 70 से अधिक लोगों को ठगा है। इसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की। जिसके आधार पर आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।