भोपाल। राजधानी की बागसेवनिया पुलिस ने रिलायंस कंपनी का कर्मचारी बनकर सस्ता मोबाइल दिलाने का झांसा देकर युवक को हजारो की चपत लगाने वाले ठग को गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की है। शातिर आरोपी राजधानी के ही ऐशबाग थाना इलाके का रहने वाला है, जिसने शुरुआती पूछताछ मे इसी तरह ओर लोगो के साथ ठगी किये जाने की वारदातो को अंजाम देने का खुलासा किया है। पुलिस आरोपी से घटना में इस्तेमाल किया गया मोबाइल, बैंक डिटेल की जानकारी जप्त कर उससे आगे की पूछताछ कर रही है। बागसेवनिया पुलिस के अनुसार अमराई परिसर बागसेवनिया मे परिवार सहित रहने वाले अनिल (33) ने लिखित शिकायत करते हुए बताया था, कि वो किराने की दुकान चलाते हैं। बीती 22 नवंबर को उनके पास एक व्यक्ति बाइक से आया था, उसने खुद को रिलायंस मोबाईल कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए सस्ते दाम में मोबाइल देने का झांसा दिया। फरियादी को मोबाइल दिखाते हुए जालसाज ने कहा कि इस मोबाइल में कंपनी इंटरनेट और कॉलिंग जैसै अन्य ऑफर सहित काफी सुविधाएं दे रखी हैं। पंसद आने पर फरियादी उसे खरीदने को राजी हो गया। उसके तैयार होने पर फरियादी ने उसे पॉच सौ रुपए नकद दे दिये। इसके बाद बाकी रकम बाद में देने को कहा। लेकिन जालसाज ने कहा कि 7 हजार का मोबाइल फोन है, ओर सारा पैमैंट एक साथ ही करना होगा, आप चाहो तो बाकी साढ़े छह हजार की रकम ऑनलाइन पे कर दो। झांसे में आए फरियादी ने साढे छह हजार अपने खाते से जालसाज के बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जालसाज मौके से चंपत हो गया। बाद मे फरियादी ने साइबर सेल में शिकायत की थी। जिसकी जांच के बाद बागसेवनिया थाने में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर उसकी सुरागशी के प्रयास शुरु कर दिये। तकनीकी पडताल मे हाथ लगे सुरागो के आधार पर पुलिस टीम ने आरोपी रविंद्र उर्फ रेहान पिता हरीश चंद्र यादव उर्फ रशीद (36) निवासी दिलकुशा बाग थाना ऐशबाग को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पुछताछ मे आरोपी ने फरियादी अनिल के साथ ठगी की वारदात को स्वीकार करने के साथ ही ओर लोगो के साथ ठगी करने की बात स्वीकारी है, जिसके आधार पर आगे की पडताल की जा रही है।