लाहौर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ईशनिंदा के आरोप में एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या किये जाने के मामले में अब तक 800 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा गिरफ्तार किये गए 118 में से 13 प्रमुख संदिग्ध हैं। पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस घटना को लेकर सरकार पर दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने का दबाव बढ़ रहा है। वहीं, पाक पीएम इमरान खान ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षा से बातचीत की। शुक्रवार को हुई इस चौंकाने वाली घटना में कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के नाराज समर्थकों ने एक कपड़ा कारखाने पर हमला किया और उसके महाप्रबंधक प्रियंता कुमारा दियावदना को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला। इसके बाद उनके शव को आग लगा दी। दियावदना (40) श्रीलंका के कैंडी शहर से थे। वह पिछले सात वर्षों से लाहौर से लगभग 100 किलोमीटर दूर सियालकोट जिले में राजको उद्योग कारखाने में महाप्रबंधक के रूप में काम कर रहे थे। पुलिस महानिरीक्षक (पंजाब) राव सरदार अली खान और पंजाब सरकार के प्रवक्ता हसन खरवार ने यहां घटना की एक प्रारंभिक रिपोर्ट मीडिया के साथ साझा की।
खान ने कहा,'पुलिस ने अब तक श्रीलंकाई नागरिक की हत्या में शामिल 118 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 13 प्रमुख संदिग्ध शामिल हैं।'उन्होंने कहा कि 800 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है। खान ने कहा, शुक्रवार सुबह 10 बजे कारखाने में 800 से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई थी, जिन्हें बताया गया था कि कुमारा ने (इस्लामी आयत लिखा) एक स्टिकर पोस्टर फाड़कर ईशनिंदा की है। हमलावरों ने उन्हें तलाश किया और वह छत पर मिले। भीड़ ने उन्हें घसीटा, बुरी तरह पीटा और सुबह 11.28 बजे तक उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद हिंसक भीड़ ने उनके शव को आग लगा दी।' वहीं, पाक पीएम इमरान खान ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे से संयुक्त अरब अमीरात में बातचीत की। उन्होंने सियालकोट की घटना पर 'देश का गुस्सा और शर्म' जाहिर की। इमरान ने गोटबया को बताया कि 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और आश्वासन दिया कि कड़े कानून के तहत दोषियों को सजा दी जाएगी।
श्रीलंकाई नागरिक की 'लिंचिंग' में पाक में 800 पर आतंकवाद का केस
आपके विचार
पाठको की राय