भोपाल। बिना जांच के आरोप लगाना गलत है, मेरी छवि खराब करने की साजिश की गई है। यह कहना है सीएम शिवराज सिंह चौहान का। दिग्विजय सिंह के आरोपों और बयानों पर पलटवार करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को सीएम निवास पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।
सीएम ने कहा कि राजनीति में आरोप लगते रहते हैं, लेकिन ये तथ्यों के आधार पर होने चाहिए। दस साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय ने घटिया तथ्यों के आधार पर आरोप लगाए, ये उन्हें शोभा नहीं देता। मुख्यमंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि घोटाले में न केवल उन्हें बल्कि उनके परिवार को भी आरोपों के घेरे में लाया गया, क्या मुख्यमंत्री की पत्नी होना अपराध है?
 
उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ की गई इस साजिश के पीछे उन्हें तीन कारण समझ आते हैं। उन्होंने कहा कि इसका पहला कारण जांच को भटकाना हो सकता है, ताकि असली आरोपी बच जाएं। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि घोटाले में कांग्रेस से जुडे कुछ लोगों के नाम भी शामिल हो सकते हैं, जिन्हें इस साजिश के तहत संदेह का लाभ मिल जाता। उन्होंने कहा कि एक सामान्य वर्ग के व्यक्ति का मुख्यमंत्री बनना कांग्रेस के नेताओं को गंवारा नहीं हो पा रहा है और इसलिए भी शायद ये साजिश रची गई। तीसरे कारण के तौर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साजिश के माध्यम से कांग्रेस नेता प्रदेश के विकास को बाधित करना चाहते होंगे क्योंकि उन्हें डर है कि 10 साल में प्रदेश ने जैसा विकास किया है, उसके बाद अब उनकी प्रदेश में वापसी नहीं हो सकती।
 
मुख्यमंत्री ने यह भी जोड़ा कि जैसे ही व्यापमं मामले में दिग्विजय की ओर से एक्सेल शीट सामने लाकर यह कहा गया कि इसमें जहां-जहां मुख्यमंत्री का नाम है, वहां दूसरों का नाम लिख दिया गया है, वैसे ही उन्होंने खुद आगे बढ़कर इसकी एसआईटी से जांच कराने की बात कही, ताकि सच सबके सामने आ जाए।