भोपाल । भोपाल में कोरोना संक्रमितों को अब होम आइसोलेशन की परमिशन नहीं दी जा रही है। अब वे हॉस्पिटल में भर्ती होंगे। नए वैरिएंट ओमिक्रोन और भोपाल में सबसे ज्यादा पॉजिटिव मिलने के बाद संक्रमितों को काटजू के साथ एम्स हॉस्पिटल में भर्ती किया जाने लगा है। फिलहाल 4 संक्रमित भर्ती है। इधर, काटजू में व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। ताकि, यदि ज्यादा केस मिले तो उन्हें भर्ती करने में कोई दिक्कत न हो। नए संक्रमितों को कॉल करके हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा रहा है। भोपाल में 27 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच 46 नए केस मिल चुके हैं, जो मध्यप्रदेश में मिले कुल मामलों में करीब 70 प्रतिशत है। मध्यप्रदेश में 6 दिन में 73 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सबसे ज्यादा केस मिलने के मामले में इंदौर दूसरे नंबर पर है। यहां 6 दिन में 19 केस मिल चुके हैं। ऐसे में भोपाल और इंदौर में ज्यादा एहतियात बरती जा रही है। खासकर भोपाल में होम आइसोलेशन सिस्टम खत्म कर दिया गया है और अब मिलने वाले नए पॉजिटिव को हॉस्पिटल में ही भर्ती किया जा रहा है। टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन संक्रमितों को मोबाइल या टेलीफोन पर कॉल करके हॉस्पिटल में भर्ती करा रहा है।
नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने बढ़ाई चिंता
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना पॉजिटिव के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है। इनमें भी भोपाल और इंदौर शहरों में सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं। दूसरी ओर नए वैरिएंट ओमिक्रोन का खतरा भी है। इसलिए चिंता बढ़ गई है। खुद ष्टरू शिवराज सिंह चौहान इसे लेकर चिंता जता चुके हैं। इसके बाद ही जिला प्रशासन ने संक्रमितों को हॉस्पिटल में ही भर्ती कराकर इलाज देने का फैसला किया है। एडीएम संदीप केरकट्टा ने बताया, टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर संक्रमित को सीधे हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है। काटजू हॉस्पिटल के साथ अब एम्स में भी संक्रमितों को भर्ती कर रहे हैं।
फोन कॉलिंग-पॉजिटिव के पास जा रहे कॉल
एडीएम केरकट्टा ने बताया, फोन कालिंग की व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है। जो भी संक्रमित मिल रहा है, उसे टीम मोबाइल या फोन पर कॉल करके हॉस्पिटल में भर्ती करा रही है।
भोपाल में अब होम आइसोलेशन नहीं
आपके विचार
पाठको की राय