भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वायु प्रदूषण अब डेंजर जोन के करीब पहुंचता नजर आ रहा है। भोपाल में गुरुवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 258 दर्ज हुआ। यानी, भोपाल में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। मौसम में आया बदलाव भी इसकी एक बड़ी वजह है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक यह एक्यूआई चिंताजनक है और हवा प्रदूषित होन से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो सकती है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भोपाल की हवा को खराब करने वाले 21 हॉट स्पॉट की सूची जारी की है। बोर्ड ने नगर निगम और जिला प्रशासन से तत्काल प्रभावी कदम उठाने की अपली की है।
भोपाल में 21  हॉटस्पॉट आबोहवा खराब कर रहे हैं। उखड़ी हुई सड़कों, ट्रैफिक जाम और गाडिय़ों से निकलने वाले धुंए के कारण हवा प्रदूषित हो रही है। इन 21 जगहों में सुभाष नगर शमशान घाट, गोविंदपुरा सॉलिड वेस्ट, सार्थी हॉस्पिटल, एमपी नगर पुलिस स्टेशन, कोलार थाना रोड, भोपाल रेलवे स्टेशन, भोपाल टॉकीज चौराहा, क्लॉथ मार्केट बैरागढ़, सर्वधर्म नगर चौराहा, ज्योति टॉकीज चौराहा, लालघाटी चौराहा, गोविंदपुरा चौराहा, बागसेवनिया चौराहा, भानपुर खंती, जेके रोड चौराहा, बस स्टैंड छोला रोड, 10 नंबर चौराहा, मनीषा मार्केट चौराहा, मैनिट चौराहा, नेहरू नगर चौराहा शमिल हैं।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने बताया कि यह वह हॉटस्पॉट हैं, जहां से उडऩे वाली धूल के गुबार और गाडिय़ों से निकलने वाले धुंए के कारण प्रदूषण का स्तर डेंजर जोन के करीब पहुंचने वाला है। इस बढ़ते प्रदूषण से लोग भी परेशान हैं। इस मामले पर कांग्रेस ने सवाल भी खड़े किए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने पूछा है कि सरकार ने एयर इंडेक्स को सुधारने के लिए क्या कदम उठाए, यह बताना चाहिए, आखिर क्यों सरकार के लाख दावे के बाद उखड़ी सड़कों को नहीं सुधारा जा रहा, आखिर क्यों शहर में जाम के कारण गाडिय़ों से प्रदूषण फैल रहा है।
तत्काल कड़े कदम उठाने की जरूरत
दरअसल देश में एक्यूआई रीडिंग को 6 कैटेगरी में बांटा गया है। जीरो से 50 के बीच एक्यूआई का मतलब शुद्ध वायु है। 51 से 100 के बीच मतलब वायु की शुद्धता संतोषजनक है। 101 से 200 के बीच मध्यम। 201 से 300 के बीच खराब और 301 से 400 के बीच बेहद खराब लेबल माना जाता है। भोपाल में इसका स्तर 258 है। ये आंकड़ा शाम होते-होत और खराब हो जाएगा। ऐसे में साफ है कि भोपाल की आबोहवा अब ठीक नहीं और इसे सुधारने के लिए तत्काल कड़े कदम उठाने की जरूरत है।