रायपुर छत्तीसगढ़ राज्य की सरकारी बिजली वितरण कंपनी (सीएसपीडीसीएल) में सात करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद कंपनी प्रबंधन ने बड़े पैमाने पर चीफ इंजीनियरों (सीई) का तबादला कर दिया है। इसकी वजह से केवल वितरण कंपनी बल्कि अन्य सरकारी बिजली कंपनी के इंजीनियरों में भी नाराजगी है। इंजीनियरों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन ने अपनी छवि बचाने के लिए यह आदेश निकाला है। हालांकि कंपनी प्रबंधन की तरफ से इसे नियमित- प्रशासनिक प्रक्रिया बताई जा रही है।

जारी तबादला आदेश के अनुसार जेएस नेताम को रायपुर रीजन का ईडी बनाया गया है। नेताम अभी ट्रांसमिशन कंपनी में हैं। वहीं, रायपुर के मौजूदा ईडी आरके पाठक को कंपनी मुख्यालय में जीएम (एचआर) की जिम्मेदारी दी गई है। सीई ( एंड एम) एम. जामूलकर को दुर्ग रीजन का सीई बनाया गया है। बिलासपुर रीजन के ईडी भीम सिंह को मुख्यालय में ईडी ( एंड एम) की जिम्मेदारी दी गई है।

दुर्ग में पदस्थ संजय पटेल को बिलासपुर रीजन के ईडी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एके तिर्की को सीई विजिलेंस बनाया गया है। तिर्की एलटी विजिलेंस संभालेंगे। विजिलेंस में पहले से पदस्थ सरोज तिवारी एचटी कनेक्शन देखेंगे। इसी तरह सीएम (एचआर) डीआर साहू को एमडी कार्यालय में पदस्थ किया गया है। अंबिकापुर में पदस्थ अतिरिक्त चीफ इंजीनियर एसके वर्मा को सीई (एआर) अंबिकापुर की जिम्मेदारी दी गई है।

बता दें कि पिछले सप्ताह ही वितरण कंपनी के एमडी हर्ष गौतम ने इंटरनल आडिट में सात करोड़ की अनियमितता पकड़ने की जानकारी दी थी। यह गड़बड़ी राजनांदगांव, मस्तुरी, बिलासपुर के तिफरा जोन, नेहरूनगर जोन, मल्हार, पचपेड़ी और शिवरीनारायण के कार्यालय में पकड़ी गई है।

यह भी बताया गया कि अधिकांश बड़ी अनियमितता पुराने समय की है जिसमें वर्ष 2018-19 में 1.82 करोड़, वर्ष 2019-20 में 2.94 करोड़, वर्ष 2020-21 में 1.24 करोड़ और 2015-16 से 2017-18 के दौरान 43 लाख रुपये शामिल है। इस मामले में कंपनी ने छह सहायक अभियंता, पांच कनिष्ठ अभियंता, 15 कार्यालय सहायक और 13 अन्य कर्मचारियों के विरूद्ध निलंबन/विभागीय जांच की कार्रवाई की गई है।