भागलपुर। शुक्रवार को खनन विभाग के मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई। पटना, कटिहार और अररिया में ये छापेमारी की गई। कटिहार पहुंची स्पेशल विजलेंस यूनिट को बड़ी सफलता हाथ लगी। यहां ओएडी की महिला मित्र के घर से बड़ी मात्रा में सोने के बिस्किट, प्रॉपर्टी के कागजात और तीस लाख रुपये कैश बरामद किए गए। काला धन, ये चर्चा उस समय और बड़ी हो गई, जब कैश में हजार और पांच सौ के पुराने नोटों की गड्डी भी बरामद की गई।

बरामद कैश में हजार और पांच सौ के नोट कितने हैं, इसकी गिनती की गई तो पता चला ये तीन लाख के करीब थे। कुल 30 लाख रुपये से ज्यादा का कैश बरामद किया गया है। इसके साथ सोने-चांदी के कीमती जेवरात, सोने के बिस्किट, प्रॉपर्टी के कागज बरामद किया गया है। मामले में ओएसडी के भाई के घर पर हुई छापेमारी का विस्तार में क्या-क्या बरामदगी हुई है इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है।

कौन है रत्ना चटर्जी

रत्ना चटर्जी वर्ष 2011 में किशनगंज जिला के ठाकुरगंज प्रखंड में सीडीपीओ थी। उस दौरान सेविका नियुक्ति के लिए उसके द्वारा 80 हजार रुपये घूस की मांग की गई थी। उस दौरान शिकायत पर पटना से आई निगरानी की टीम ने 30 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ रत्ना को गिरफ्तार किया था।

  • किशनगंज में 2011 को नौकरी से बर्खास्त सीडीपीओ रत्ना चटर्जी के आवास पर छापेमारी की गई।
  • रत्ना चटर्जी ओएसडी की महिला मित्र बताई जा रही है।
  • कहा जा रहा है कि ओएसडी लगातार रत्ना के घर आता जाता रहता था।
  • बड़ी कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
  • पुराने नोट, ये सबसे बड़ी चर्चा बना हुआ है।
  • चर्चा है कि शायद रत्ना हजार और पांच सौ के नोट खपा नहीं पाई 
  • चर्चा ये भी है कि ये तो इतने ही नोट हैं, जिन नोटों को खपा दिया गया। उनका क्या?
  • किशनगंज जिले की सीडीपीओ रही रत्ना सीमावर्ती जिले का लाभ जरूर उठाई होगी। ऐसी भी चर्चा तेज है।