वैसे तो महंगाई की मार हर क्षेत्र में पड़ रही है और इसमें खाद्ध पदार्थों की कीमतों में वृद्धि ने आम आदमी को बेहाल कर रखा है। अब लोगों की परेशानी में टमाटर सबसे आगे नजर रहा है। दरअसल, सब्जियों में खासकर टमाटर की कीमतों में हाल के दिनों में तेजी आई है। सर्दी के मौसम में 20 रुपये प्रति किलो मिलने वाले टमाटर की कीमत कई शहरों में 150 रुपये प्रति किलो को पार कर गई है।

चेन्नई में सबसे महंगा बिक रहा टमाटर

चेन्नई में टमाटर 160 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है। आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में बाढ़ के कारण फसल खराब होने से टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं। बेंगलुरु में टमाटर की कीमत 110 रुपये प्रति किलो  मुंबई में टमाटर 80 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। वहीं राजधानी दिल्ली में भी टमाटर की कीमत 60 से 90 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच चुकी है। टमाटर के साथ-साथ प्याज की कीमतें भी तेजी से बढ़ी हैं और दिल्ली-मुंबई में प्याज 60 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से बिक रही है।

टमाटर पर महंगाई की वजह

एक रिपोर्ट के मुताबिक, कम उपज और अधिक मांग के साथ-साथ परिवहन लागत में वृद्धि के कारण टमाटर लगातार लाल हो रहा है। सब्जी थोक विक्रेताओं का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं। हाल ये है कि एप बेस्ड ग्रॉसरी स्टार्टअप्स भी 120 रुपये प्रति किलो के भाव से टमाटर बेच रहे हैं।

आंध्र और कर्नाटक में बारिश का भी असर

कोयमबेडु की फेडरेशन ऑफ होलसेल वेजिटेबल मार्केट एसोसिएशंस के सेक्रेटरी एस चंद्रन ने कहा कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में टमाटर की खेती वाले इलाके बारिश के कारण भी टमाटर की कीमतें प्रभावित हुई हैं। फसल को नुकसान पहुंचने के कारण पहले 27 किलो टमाटर की खरीद खेत से 500 रुपये में होती थी जो अब यह 3,000 रुपये पहुंच गई है। टमाटर की कीमतें इस स्तर तक पहले कभी नहीं गईं।