जम्मू : जम्मू कश्मीर में पीडीपी नीत सरकार ने गठबंधन सहयोगी भाजपा के दबाव में अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को यहां बुधवार को आयोजित एक रैली के दौरान पाकिस्तानी ध्वज लहराने के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद मसरत को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

हुरिर्यत के कट्टरवादी नेता सईद अली शाह गिलानी ने शनिवार को कश्मीर बंद का आहवान किया है। यह आहवान अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की गिरफ्तारी के विरोध में किया गया है। जानकारी के अनुसार गिलानी ने पूरी तरह से कश्मीर बंद करने की अपील की है और समाज के सभी वर्गों से मसर्रत की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए कहा है।

राजद्रोह के आरोप में जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता मसर्रत आलम भट की गिरफ्तारी के दिन आज त्राल में दो युवकों की मौत की घटना के विरोध में श्रीनगर में हिंसा भड़क उठी और नाराज लोगों ने राष्ट्रध्वज जलाया एवं सुरक्षाबलों के साथ उनकी झड़प हुई। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर का नौहट्टा इलाका जंग के मैदान जैसा लग रहा था जहां नकाबपोश प्रदर्शनकारियों ने तिरंगा जलाया । उनके और सुरक्षाबलों के बीच भयंकर झड़प में दो पुलिसकर्मियों समेत करीब 10-12 लोग घायल हो गए।

प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंके, जबकि पुलिस ने हिंसक भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े और बल प्रयोग किया। उदारवादी हुर्रियत नेता मीरवायज उमर फारूक ने सेना पर युवकों को आतंकवादी करार देकर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। सरकार को राज्य (प्रायोजित) आतंकवाद पर पूर्ण विराम लगाना होगा। ’ त्राल और उसके आसपास के क्षेत्रों से भी पथराव की खबरे हैं जहां के लिए सैयद अली शाह गिलानी की अगुवाई वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े ने जुलूस निकालने का आह्वान किया था। फारूक की अगुवाई वाले हुर्रियत के नरमपंथी धड़े ने भी अपने तरीके से प्रदर्शन किया।

विश्व हिन्दू परिषद् सहित विभिन्न हिन्दू संगठनों ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं मसर्रत आलम तथा सैय्यद अली शाह गिलानी के पुतले फूंके और दोनों को फांसी देने की मांग की। हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं ने दोनों अलगाववादियों को देशद्रोही बताते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की। कश्मीर में पाकिस्तानी झंडा फहराने और पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाने वाले अलगाववादी नेताओं मसर्रत तथा गिलानी के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद सहित अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता विहिप नेता घनश्याम शर्मा के नेतृत्व में टाऊन हॉल पर एकत्र हुए।

सैयद अली शाह गिलानी और मसर्रत आलम भट की अगुवाई में अलगाववादियों ने श्रीनगर में एक रैली निकाली थी जिस दौरान पाकिस्तान के झंडे लहराए गए और पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए गए। बाद में जम्मू कश्मीर पुलिस ने यूएपीए के तहत आलम पर मामला दर्ज किया और उसे कल रात घर में नजरबंद कर दिया। आज उसे गिरफ्तार किया गया। अलगाववादी सैन्य अभियान में दो युवकों की मौत के विरूद्ध पुलवामा जिले के त्राल में एक रैली निकालने की भी योजना बना रहे थे।

पुलिस ने पाकिस्तानी ध्वज लहराने सहित उकसाने वाली गतिविधियों को कथित तौर पर अंजाम देने के आरोप में भट और गिलानी सहित कई अलगाववादी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जन सुरक्षा कानून के तहत चार साल तक जेल में रहे भट को पीडीपी नीत सरकार ने पिछले माह ही रिहा किया है। भट ने कहा कि प्रशासन में बदलाव के बावजूद राज्य सरकार की नीति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

आलम की रिहाई से देश भर में हंगामा हुआ था और संसद में भी यह मुद्दा उठा था जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में एक बयान दिया था। बुधवार को गिलानी के स्वागत में आयोजित रैली में पाकिस्तानी ध्वज लहराए जाने और भारत विरोधी नारे लगाए जाने के बाद राज्य सरकार में पीडीपी की गठबंधन भागीदार ने फिर से भट की गिरफ्तारी की मांग दोहराई थी।