मुम्बई: आई.पी.एल. में स्टार खिलाडिय़ों और सचिन तेंदुलकर तथा रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गजों के मार्गदर्शन के बावजूद एक अदद जीत को तरस रही मुम्बई इंडियंस की टीम शुक्रवार को घरेलू वानखेड़े स्टेडियम में टूर्नामैंट की सबसे सफल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के सामने भाग्य बदलने के इरादे से उतरेगी।

भारतीय टीम के स्टार ओपनर रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुम्बई पिछले तीनों मैच हार चुकी है जबकि टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में आई.पी.एल. टीम चेन्नई पिछले सत्रों की ही तरह एक बार फिर उसी लय के साथ विजयी पथ पर सवार है और पिछले दोनों मैच जीतकर दूसरे नंबर पर है।

वनडे का सर्वाधिक स्कोर अपने नाम रखने वाले रोहित, धाकड़ बल्लेबाज कोरी एंडरसन, कीरोन पोलार्ड, लसिथ मलिंगा, अनुभवी आफ स्पिनर हरभजन सिंह जैसे विश्व स्तरीय खिलाडिय़ों और सचिन, पोंटिंग, जोंटी रोड्स तथा अनिल कुंबले जैसे दिग्गजों के मार्गदर्शन के बावजूद मुम्बई हार की हैट्रिक पूरी कर चुकी है।
 
हालांकि मुम्बई का पिछला रिकार्ड देखें तो टूर्नामैंट में हमेशा धीमी शुरूआत के बाद वह लय में आ जाती है। गत वर्ष लगातार 5 मैच हारने के बावजूद मुम्बई ने नाकआऊट दौर में जगह बना ली थी लेकिन अंक तालिका में सबसे नीचे पहुंच चुकी मुम्बई के लिए अब जीत की पटरी पर लौटना अनिवार्य हो गया है।

रोहित ने नाबाद 98 रन की पारी के साथ टूर्नामैंट की शुरूआत की लेकिन पिछले दोनों मैचों में वह शून्य पर लौट गए। एंडरसन और कीरोन पोलार्ड धाकड़ बल्लेबाज हैं लेकिन अभी तक वह टीम को जीत की मंजिल तक नहीं ले जा सके हैं। पोलार्ड ने राजस्थान के खिलाफ 70 रन की अच्छी पारी खेली थी लेकिन उनके या मुम्बई के अन्य बल्लेबाजों में निरंतरता नहीं है। अंबाती रायडू 2 मैचों में सिर्फ 13 रन ही बना सके हैं जबकि पार्थिव पटेल ने भी बल्ले से निराश किया है और एक मैच में 16 रन ही बनाए।