वर्मस्ले (इंग्लैंड)। कप्तान मिताली राज (50 नाबाद) और स्मृति मंधाना (51) की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को एकमात्र चार दिवसीय टेस्ट मैच में इंग्लैंड को छह विकेट से करारी शिकस्त देते हुए यादगार जीत दर्ज की। आठ साल बाद पहली बार टेस्ट खेल रही भारतीय महिला टीम ने इस जीत के साथ ही इंग्लैंड की सरजमीं पर अजेय रहने का रिकॉर्ड भी कायम रखा।

मैच के आखिरी और चौथे दिन भारतीय टीम को जीत के लिए 62 रनों की दरकार थी और उसके छह विकेट शेष थे। ऐसे में मिताली ने शिखा पांडे (28) के साथ पांचवें विकेट के लिए 68 रनों की अटूट साझेदारी कर टीम को जीत दिला दी। मिताली ने धैर्यपूर्ण पारी खेलते हुए 157 गेंदों में चार चौके जड़े और वहीं शिखा ने भी 106 गेंदों का सामना किया।

इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 202 रन पर आउट हो गई थी। इस तरह भारत को 181 का लक्ष्य मिला। तीसरे दिन के आखिरी क्षणों में पूनम राउत (16) और हरमनप्रीत कौर (0) के जल्दी-जल्दी पवेलियन लौट जाने से एक समय इंग्लैंड की टीम वापसी करती नजर आ रही थी। भारत ने 119 रन पर चार विकेट गंवाए थे। मैच के चौथे दिन भारत ने 119 रन पर चार विकेट से आगे खेलना शुरू किया और बिना कोई विकेट खोए लक्ष्य को हासिल कर लिया।

इससे पहले दूसरी पारी में भारत की ओर से पहले विकेट के लिए तिरुश कामिनी (28) और स्मृति के बीच 76 रनों की साझेदारी हुई। इंग्लिश टीम ने पहली पारी में 92 रन बनाए थे, जिसके जवाब में भारत ने 114 रन बनाकर लीड ली थी।

'हमने जब 2006 में यहां टेस्ट खेला था तब हमें बताया गया था कि हम आगे और टेस्ट नहीं खेलेंगे। मुझे नहीं पता कि अभी कितने साल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना है लेकिन खुशी है कि संन्यास से पहले एक और टेस्ट खेलने का मौका मिला। एक क्रिकेटर के तौर पर आप हमेशा अधिक से अधिक टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं। मुझे याद है कि 1999 में 17 बरस की उम्र में मैं टीम की रिजर्व खिलाड़ी हुआ करती थी।'

- मिताली राज, भारतीय कप्तान