बेंगलुरु : अपनी सरकार को अमीर समर्थक बताये जाने को लेकर कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उस पर आरोप लगाया था कि वह जब वह सत्ता में थी तो अमीरों के फायदे के लिए उसने देश बेच दिया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से गलत बातों का मुकाबला तथ्यों और आत्मविश्वास के साथ करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम पर अमीरों की सरकार होने का आरोप लगाया जाता है लेकिन सच्चाई है कि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने अमीरों के लिए काम किया।’’ मोदी ने कहा, ‘‘क्या नोटों के आधार पर कोयला ब्लाक आवंटन करने वाली सरकार अमीरों के लिए नहीं थी।’’ उन्होंने यह बात कोयला घोटाले की ओर इशारा करते हुए कही जिसमें कई कोयला ब्लाक कथित रूप से चुनिंदा लोगों को ही दिये गये।
भाजपा के एक बयान के अनुसार मोदी ने कहा, ‘‘संप्रग सरकार ने अमीरों के लाभ के लिए देश बेच दिया और संपन्न लोगों पर गरीबों का धन खर्च किया। हमने केवल 20 कोयला ब्लाकों की नीलामी कर दो लाख करोड़ रुपए कमाये तथा यह धन उन्हीं अमीर लोगों की जेबों से आया। क्या भाजपा सरकार अमीरों के लिए काम कर रही है।’
मोदी ने कहा कि सरकार एक करोड़ गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन मुहैया करायेगी। उन्होंने ध्यान दिलाया कि सरकार गैस का दाम को पांच डॉलर प्रति इकाई से नीचे ले आयी है जबकि संप्रग सरकार ने इसे 4.2 डॉलर से बढ़ाकर 8.4 डॉलर कर दिया था। उन्होंने धनिकों पर कर लगाने का उल्लेख किया तथा कहा, ‘‘भाजपा कार्यकर्ताओं को तथ्य गिनाने चाहिए और सरकार को निशाना बनाकर की जा रही इन गलत बातों का जवाब आत्म विश्वास से देना चाहिए।’’ मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा कि वे सिर पर मैला ढोने की प्रथा खत्म करने के लक्ष्य के लिए काम करें। प्रधानमंत्री ने उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा यह अभियान समाचार पत्रों के पृष्ठों तक सीमित नहीं रह जाये।
प्रधानमंत्री ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भी उल्लेख करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में सरकार को सफलता मिली है। लालकृष्ण आडवाणी एवं मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं को सरकार एवं पार्टी में निर्णय प्रक्रिया से अलग रखा गया है।