• घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की
  • आग के कारणों की कलेक्टर करेंगे जांच
  • मृतकों के परिजनों को पांच लाख की सहायता राशि


मुंबई। शनिवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भीषण आग लगने से कोरोना संक्रमण से पीड़ित 10 मरीजों की मौत हो गई और कई मरीज घायल हुए हैं. अहमदनगर के जिलाधिकारी राजेंद्र भोसले ने कहा कि सरकारी अस्पताल के आईसीयू खंड में आग लगने के बाद 10 मरीजों की मौत हो गई और एक मरीज की हालत गंभीर है. इस आईसीयू खंड में कोविड​​-19 के रोगियों को भर्ती किया गया था. अहमदनगर नगर निगम के अग्निशमन विभाग के प्रमुख शंकर मिसाल ने कहा कि आग दिन में करीब 11 बजे लगी. हालांकि आग लगने के कारणों का पता नहीं लग सका है. बताया जा रहा है आईसीयू में आग लगने के तुंरत बाद ही दमकल विभाग को सूचना दी गई. सूचना मिलने के बाद दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गईं. कहा जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. 20 लोगों को पास के ही एक अन्य अस्पताल में शिफ्ट किया गया है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार, 13 से 14 लोगों के घायल ह जख्मी हुए हैं.

 

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने संवेदनाएं व्यक्त की
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अहमदनगर, महाराष्ट्र के सिविल अस्पताल में आग लगने से लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र अति शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’ पीएम मोदी ने कहा, ‘महाराष्ट्र के अहमदनगर के एक अस्पताल में आग लगने से हुए लोगों की मृत्यु से दुखी हूं. पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना. घायल लोग जल्द से जल्द स्वस्थ हो.’ वहीं, देश के गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘महाराष्ट्र के अहमदनगर के सिविल अस्पताल में आग लगने से हुई हृदयविदारक दुर्घटना से अत्यंत व्यथित हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं व ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’

 

मृतकों के परिजनों को पांच लाख की सहायता राशि
महाराष्ट्र सरकार ने इस हादसे में मारे गए पीड़ितों के परिजनों के लिए सहायता राशि की घोषणा की है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, “अहमदनगर जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की गई है. जिला कलेक्टर को घटना की जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है.”

 

आक्सीजन सप्लाई बंद होने से भी गई जान!
जानकारी के मुताबिक आईसीयू में 17 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा था. आग लगने के कारण यहां ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी गई. इस कारण माना जा रहा है कि कई कोरोना संक्रमितों की मौत दम घुटने से भी हुई है. जांच के बाद ही सही आंकड़े सामने आएंगे कि कितने मरीजों की मौत आग से और कितने मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई है.