पटना । शराबबंदी वाले राज्य बिहार में ज़हरीली शराब से राज्य के दो ज़िलों गोपालगंज और पश्चिमी चंपारन में 25 से अधिक लोगों की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 'जहरीली शराब के बारे में कह देते हैं कि देख लीजिएगा कि क्‍या स्थिति है। हम लोग बार-बार कहते हैं कि गलत चीज को ग्रहण करिएगा तो यह नौबत आएगी।'
पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए सीएम ने कहा, 'अभी भी लोग हैं, अधिकारियों से हमारी बात होती रहती है। पर्व के बाद हम फिर इसकी विस्‍तृत समीक्षा करने वाले हैं। हालांकि प्रतिदिन चारों तरफ लोग पकड़े जाते हैं, रेड हो रहा है,सब हो रहा है। लेकिन फिर भी इस तरह का काम किसी इलाके में कोई कर रहा, यह तो बड़ी दुखद बात है।'
मुख्‍यमंत्री ने कहा कि इसके (शराबबंदी के) बारे में पूरा प्रचार किया गया है लेकिन फिर से कैंपेन करना जरूरी है। लोगों को यह बताना है कि बहुत गंदी चीज है शराबबंदी लागू है इस तरह से करिएगा किस तरह से लोग शराब बनाकर गंदे तरीके से काम कर रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि इस पर और जो भी कार्रवाई है, वह ऐसे लोगों पर होती है और होगी लेकिन फिर भी एक पुन: जबर्दस्‍त अभियान छेड़ने की जरूरत है। पर्व के बाद हम निश्चित रूप से इसकी समीक्षा करेंगे। इसको लेकर हम जरूर चाहेंगे कि एक अभियान और तेजी से चले। उन्होंने कहा कि नये तरीक़े से लोगों को जागरुक करना होगा। गौरतलब है कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने राज्य में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर दु:ख जताया है और इन मौतों के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने राज्य में शराबबंदी के दावे को खोखला बताया है।