T20 World Cup 2021 के लिए भारतीय टीम में आर अश्विन का चयन इसलिए हुआ था, क्योंकि टीम को एक अनुभवी स्पिनर की तलाश थी। भले ही चार साल से टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट अश्विन नहीं खेले थे, लेकिन उनको टीम में चुना गया था और प्रैक्टिस मैच में अश्विन ने शानदार गेंदबाजी भी की थी। हालांकि, टीम मैनेजमेंट ने पाकिस्तान के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ सुपर 12 के मैच में आर अश्विन को मौका नहीं दिया तो पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने हैरानी जताते हुए कहा है कि ये चांज का विषय है कि उनको प्लेइंग इलेवन में क्यों शामिल नहीं किया गया।
मई के आखिर में जब भारतीय टीम इंग्लैंड गई थी तो वहां जून में आर अश्विन न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खेले थे, लेकिन इसके बाद उनको इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका नहीं मिला और न ही वे टी20 विश्व कप में अब तक खेले हैं। दिग्गज स्पिनर ने इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ वार्मअप मैच खेले थे और अच्छी गेंदबाजी की थी। आस्ट्रेलिया के खिलाफ वे दो अहम विकेट लेने में भी कामयाब रहे थे। वहीं, उनकी जगह युवा मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती को मौका दिया गया, लेकिन वे दो मैचों में एक भी विकेट नहीं निकाल सके हैं।
दिलीप वेंगसरकर ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहा, "अश्विन को इतने लंबे समय के लिए क्यों ड्राप किया जा रहा है? यह जांच का विषय है। सभी प्रारूपों में वह 600 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेटों के साथ आपके सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं। वह आपका सबसे सीनियर स्पिनर है और आप उसे नहीं चुनते। मैं समझने में विफल हूं। उन्होंने इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में भी एक भी मैच नहीं खेला। फिर आप उसे क्यों चुनते हैं? यह मेरे लिए एक रहस्य है।" वेंगसरकर ने भारतीय टीम की बाडी लैंग्वेज की भी आलोचना की और कहा, "टीम रंग में नहीं दिख रही थी और खिलाड़ी थके हुए दिख रहे थे। मुझे नहीं पता कि यह बायो बबल थकान है या कुछ और, मैंने लंबे समय से खिलाड़ियों में ऐसी बाडी लैंग्वेज नहीं देखी है।"