पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि पुराने जनता परिवार से अलग हुए समूहों के विलय पर ‘अनिश्चितता का कोई बादल’ नहीं है और यह सही दिशा में आगे बढ़ रहा है।
कुमार ने यहां कौशल विकास पर एक सम्मेलन के बाद संवाददाताओं से कहा कि जनता परिवार के विलय के लिए गाड़ी पटरी पर चल रही है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि विलय में ज्यादा समय नहीं लगेगा।’ कुमार ने कहा, ‘विलय पर विचार करने के लिए अगली बैठक की तारीख का फैसला जल्दी ही किया जाएगा जिसमें सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।’ कुमार ने हाल ही में दिल्ली में सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, राजद प्रमुख लालू प्रसाद और इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला से मुलाकात की थी। मुलायम सिंह यादव को जनता परिवार के विलय की खातिर तौरतरीके तय करने के लिए अधिकृत किया गया है।
विलय प्रक्रिया में अहम भूमिका निभा रहे कुमार ने कहा, ‘27 मार्च को, मैंने, लालू प्रसाद, शरद यादव और मुलायम सिंह यादव ने विलय मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की।’ पुराने जनता परिवार से टूट कर बनी विभिन्न पार्टियों का बिहार में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले एकसाथ आना भाजपा को मजबूत चुनौती देने में महत्वपूर्ण कारक होगा।
आम आदमी पार्टी में चल रही खींचतान के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने भरोसा जताया कि वे लोग आपस में ही चीजें सुलझा लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के विकास के लिए जरूरतों पर प्रधानमंत्री से बातचीत हुयी। कुमार ने कहा, ‘बातचीत अच्छी रही। प्रधानमंत्री ने हर बात सुनी और उन पर गौर करने का वादा किया।’ कुमार ने लंबे समय बाद अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
कुमार ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों से बिहार को होने वाले ‘नुकसान’ के बारे में अवगत कराया और इसकी भरपाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिहार में औद्योगिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए विशेष दर्जा दिए जाने की मांग भी रखी। इसके साथ उन्होंने प्रधानमंत्री से बिहार को विशेष आर्थिक सहायता जल्दी मुहैया कराने का भी अनुरोध किया।